मथुरा: धर्मनगरी वृंदावन में ठाकुर जी के लिए विशेष प्रकार की रंग बिरंगी पोशाकें तैयार की जाती हैं. दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को यहां की पोशाक बहुत ही पसंद आती है. यहां पर ठाकुर जी के पोषाक से लेकर हार और श्रृंगार के सारे सामान तैयार किये जाते हैं.
विदेशों में बढ़ी मथुरा में बनी कान्हा की ड्रेस की डिमांड. देश ही नहीं विदेशों से जो श्रद्धालु मथुरा और वृंदावन मंदिरों के दर्शन करने के लिए आते हैं. यहां के वस्त्र अपने आराध्य भगवान के लिए जरूर ले जाते हैं. इसलिए वृंदावन को ठाकुर जीकी पोशाक तैयार करने का स्थान माना जाता है.
ठाकुर जी के पोशाकों की विदेशों में भी डिमांड
वृंदावन में ठाकुर जी के लिए बनाए गए कपड़ों का कारोबार पूरी तरह से सैलानियों पर ही निर्भर रहता है, क्योंकि हर साल मथुरा-वृंदावन के मंदिरों के दर्शन करने के लिए तीन करोड़ से ज्यादा सैलानी आते हैं. जानकारी के मुताबिक यह संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है. पोशाक के कारीगरों के लिए हर साल मुनाफा होता है. वृंदावन में तैयार की गई पोशाकें देश ही नहीं विदेशों में भी सप्लाई की जाती है, जिसमें अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, रूस और जर्मनी में ठाकुर जी के लिए पोशाकों की सप्लाई की जाती है.
यहां पर तैयार की गई पोशाकें विदेशों में भी सप्लाई की जाती हैं. हर साल जो सैलानी दर्शन करने के लिए आते हैं मथुरा-वृंदावन में ठाकुरजी की पोशाक अवश्य ले जाते हैं. अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, रूस और जर्मनी में ठाकुर जी के लिए पोशाकों की सप्लाई की जाती है.
- अमित गोस्वामी, कारखाना मालिक