मथुराःकान्हा की नगरी में जन्माष्टमी से पहले तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. यहां ठाकुरजी के लिए मनमोहक और सुंदर पोशाकें तैयार की जा रही हैं. जो मथुरा के साथ ही देश-विदेश में कान्हा को धारण कराई जाएंगी. खास बात यह है कि ठाकुरजी के पोशाकें हिंदू-मुस्लिम भाई मिलकर तैयार कर रहे हैं. हिंदू के साथ मुस्लिम कारीगर भी उसी तन्मयता से ठाकुरजी को पोशाक बनाते हैं, जो एक भाईचारे की मिसाल है. इन कारीगरों द्वारा बनाई पोशाक देश ही नहीं विदेशों में भी सप्लाई की जाती है. यहां तक कि एशिया के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर पर विराजमान ठाकुरजी की पोशाक भी इन्हीं कारीगरों द्वारा तैयार की जाती है.
विदेश तक सप्लाई होती हैं पोशाकें
शहर के डींग गेट क्षेत्र अर्जुनपुरा इलाके में हिंदू और मुस्लिम भाईचारे का प्रेम रखते हुए ठाकुरजी के लिए भव्य और सुंदर आकर्षक दिखने वाली पोशाके तैयार की जा रही हैं. इस कारखाने में 10 से 15 युवक कई वर्षों से ठाकुरजी के लिए पोशाकें बनाते हैं. पोशाक बनाते समय विशेष ध्यान रखा जाता है कि पोशाक सुंदर और आकर्षक बने. जिससे ग्राहक को एक बार ही देखने पर यह पोशाक पसंद आ जाए. मथुरा में बनी हुई पोशाक अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान, नेपाल, थाईलैंड और इंडोनेशिया तक सप्लाई की जाती है. हर साल कारीगर ठाकुरजी के लिए अद्भुत, अनोखी और सुंदर दिखने वाली पोशाके तैयार करते हैं.
कई पीढ़ियों से बना रहे पोशाक
बता दें कि मथुरा और वृंदावन में ठाकुर जी के लिए पोशाक बनाने का काम कई पीढ़ियों से चला आ रहा है. बड़े-बड़े कारखाने और अपने घरों में ठाकुरजी के लिए छोटे से लेकर विशाल ठाकुरजी के लिए पोशाकें बनाई जाती हैं. छोटे कारीगर भी अपने घरों पर कच्चा माल ले जाकर घंटों मेहनत करके अच्छी पोशाक तैयार करते हैं.