मथुरा:धर्मनगरी वृंदावन में हरी निकुंज आश्रम को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आश्रम ट्रस्ट द्वारा एक साधु और उसके साथियों पर आश्रम पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. इसी को लेकर रविवार को आश्रम पर अपना हक जमाते हुए दो पक्षों में झगड़ा हो गया .सूचना मिलते ही इलाका पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को थाने लेकर गई, जहां दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए नजर आए. वहीं पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
मथुरा में नहीं थम रहा हरी निकुंज आश्रम का विवाद - हरी निकुंज आश्रम
यूपी के मथुरा जिले में स्थित हरी निकुंज आश्रम को लेकर विवाद शुरू हो गया है. आश्रम की संपत्ति को लेकर ट्रस्ट और एक साधु के बीच मामला फंसकर रह गया है. दोनों ही इस आश्रम को अपना बता रहे हैं.
धर्म नगरी वृंदावन की बांके बिहारी पुलिस चौकी क्षेत्र में हरिनिकुंज आश्रम पर कुछ लोगों द्वारा जबरन कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में आश्रम ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा एक साधु एवं उसके साथियों पर आश्रम को जबरन कब्जाने का आरोप लगाते हुए एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है. वहीं रविवार को ट्रस्टी आश्रम पहुंचे तो आश्रम में मौजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया. दोनों पक्षों में झगड़ा शुरू हो गया. सूचना पाकर इलाका पुलिस मौके पर पहुंच गई और दोनों पक्षों को कोतवाली ले गई, जहां दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे पर आरोप लगाया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
इस संबंध में जानकारी देते हुए आश्रम ट्रस्ट के सचिव डॉ. अश्वनी शर्मा ने बताया कि 30 दिसम्बर को आश्रम में कमरे लेने के बहाने घुसे कुछ साधु वेशधारियों ने जबरन आश्रम की दोनों बिल्डिंगों को अपने कब्जे में ले लिया है.आश्रम के मैनेजर की सूचना पर वे अपने अन्य ट्रस्टियों के साथ आश्रम पहुंचे तो कब्जाधारियों ने उन्हें अंदर घुसने ही नहीं दिया. वहीं दूसरे पक्ष के महंत अमनदीप ने ट्रस्टियों द्वारा लगाए गए कब्जे के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि हरिनिकुंज आश्रम निर्मल अखाड़े की सम्पत्ति है. उन्होंने अखाड़े के आदेश पर ही यहां का संचालन संभाला है. यहां कोई कब्जा नहीं किया है.