मथुरा: जनपद मथुरा के मांट क्षेत्र के जसौली गांव में बीती रात्रि उस समय हड़कंप मच गया जब गांव के जाटव मोहल्ले में चार मकान अचानक से भरभरा कर गिर पड़े, जिसके चलते मलबे के नीचे दब कर आधा दर्जन लोग घायल हो गए. आनन-फानन में घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां दो युवतियों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि नींव में पानी चले जाने के कारण मकान अचानक से भरभरा कर गिर पड़े.
दरअसल मांट क्षेत्र के जसौली गांव में कल मेला लगा हुआ था, जिसके चलते सभी ग्रामीण मेले में गए हुए थे. इस दौरान गांव का ही रहने वाला राज सिंह जैसे ही वापस अपने घर पहुंचा तो उसके होश उड़ गए. जाटव मोहल्ले के चार मकान धराशाई हो चुके थे और उसके नीचे लगभग आधा दर्जन लोग दबे हुए थे. राज सिंह ने शोर मचा कर ग्रामीणों को एकत्रित किया जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा मलबे के नीचे से लोगों को निकालकर स्थानीय पुलिस की सहायता से घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जिसमें से दो युवतियों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है. ग्रामीणों के अनुसार मकानों के पीछे एक खेत है जिसमें पानी लगाया गया था, पानी नीव में जाने के कारण मकान भरभरा कर गिर पड़े. वहीं घटना की जानकारी होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है.
भरभरा कर गिरे चार मकान, 6 घायल 2 की हालत गंभीर - मथुरा
मथुरा के मांट क्षेत्र में चार मकान अचानक से भरभरा कर गिर पड़े, जिसके चलते मलबे के नीचे दब कर आधा दर्जन लोग घायल हो गए. आनन-फानन में घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. मकान किन कारणों से गिरे अभी इसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
यह भी पढे़ं-सीएम योगी का गोंडा दौरा आज, कई परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण और शिलान्यास
जानकारी देते हुए ग्रामीण राज सिंह ने बताया कि गांव में मेला लगा हुआ था और सभी ग्रामीण मेले में गए हुए थे. कुछ लोग वापस अपने घर आए तो उन्होंने देखा कि चार मकान धराशाई हो चुके हैं. चीख-पुकार सुनकर सभी ग्रामीणों को इकट्ठा किया गया और मलबे के नीचे दबे हुए लोगों को पुलिस को सूचना देते हुए निकाला गया और पुलिस की सहायता से घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि घायलों में से दो की हालत ज्यादा गंभीर है. जानकारी होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी गांव पहुंचे और उन्होंने घटना की जानकारी ली है. मकान किन कारणों से गिरे अभी इसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है.