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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंचीं मथुरा, एकात्म मानववाद पर की चर्चा

मथुरा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पैतृक गांव नगला चंद्रभान पहुंची. कहा कि पंडित जी उस आदमी की चिंता करते थे, जो पंक्ति में आखिरी पायदान पर खड़ा हुआ है. जब तक उस आदमी का विकास नहीं हो जाता तब तक देश का विकास नहीं होगा.

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Published : Sep 25, 2022, 4:09 PM IST

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

मथुरा:प्रदेश राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पैतृक गांव नगला चंद्रभान पहुंची. स्मृति महोत्सव कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही राज्यपाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद पर लोगों से चर्चा करते हुए कहा पंडित जी उस आदमी की चिंता करते थे, जो पंक्ति में आखिरी पायदान पर खड़ा हुआ है. जब तक उस आदमी का विकास नहीं हो जाता तब तक देश का विकास नहीं होगा.

भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के एकात्म मानववाद सिद्धांत पर चलने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय के स्मृति महोत्सव चार दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को नगला चंद्रभान पहुंची. प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद कार्यक्रम स्थल में राज्यपाल ने लोगों का अभिवादन किया और कहा आज हमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को याद करने का दिन है. उनके विचारों पर चलने की जरूरत है.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मथुरा पहुंचीं

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंच से लोगों को संबोधन करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय (Pandit Deendayal Upadhyay) जी की यादों को ताजा करते हुए कहा पंडित जी कहा करते थे पंक्ति में आखरी खड़े व्यक्ति का विकास नहीं हो जाता तब तक देश का विकास नहीं हो सकता. इसलिए सरकार को गरीब लोगों तक विकास की योजना पहुंचाने की जरूरत है. गरीबों को शिक्षित होना विकसित होना और आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है.

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंच से संबोधित करते हुए कहा हमारी महिलाएं आज आत्मनिर्भर बन रही हैं. घर में रहकर बच्चों की देखभाल करती हैं. बच्चों को पढ़ाती हैं तो रोजगार के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनकर उभर रही है. राज्य शिक्षा नीति जो बनाई गई है. उसे पढ़ने की आवश्यकता है. पढ़ने और समझने के बाद विचारों को सीखने की आवश्यकता है. आत्मनिर्भर बनने के साथ ही देश तरक्की करता है. कहा कि मैं तो शिक्षा के साथ में 20 साल से जुड़ी हुई हूं. मैंने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है. इसके साथ 5 साल से शिक्षा के क्षेत्र में भी काम कर रही हूं.

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