मथुरा: पिछले दिनों जिले के मांट टोल प्लाजा पर पुलिस ने पीएफआई के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था. अभियुक्तों को हाथरस कांड में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर अस्थायी जेल में बंद किया गया था. पकड़े गए पीएफआई के चारों आरोपियों की सोमवार दोपहर बाद मांट उप जिलाधिकारी की कोर्ट और हाथरस जिला कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी की जाएगी.
बीते पांच अक्टूबर को मांट टोल प्लाजा पर पीएफआई के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. अभियुक्तों के पास से लैपटॉप, मोबाइल, जस्टिस फॉर हाथरस पंपलेट आदि बरामद किए गए. पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया.
12 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर विनय कुमार के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम मथुरा पहुंची और सीजीएम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद पीएफआई के सदस्यों से अस्थायी जेल में पूछताछ की गई. पूछताछ के बाद ईडी की टीम को विदेशों से फंडिंग के मामले में काफी अहम सुराग मिले थे.
चारों अभियुक्तों की पहचान अतीकुर रहमान, आलम, सिदिक और मसूद के रूप में हुई है. इनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया. पकड़े गए चारों अभियुक्त मुजफ्फरनगर, रामपुर, बहराइच, सिदीक केरल के चरोर मलपपुरम के निवासी हैं. आरोप है कि ये अभियुक्त हाथरस में जाकर सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहते थे.
मांट तहसील के उप जिलाधिकारी कोर्ट में कुछ ही देर में पीएफआई के चारों सदस्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी की जाएगी. पकड़े गए चारों आरोपियों से सवाल-जवाब किए जाएंगे. हाथरस में सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप में भी पीएफआई के चारों सदस्यों से हाथरस न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूछताछ होगी.