मथुरा : जनपदवासियों को मिलावट रहित खाद्य और पेय पदार्थ उपलब्ध हो, इसके लिए खाद्य विभाग मथुरा द्वारा लगातार जनपद भर में छापेमारी की जा रही है. खाद्य विभाग की इस कार्रवाई से मिलावटखोरों में हड़कंप मचा हुआ है. लगातार खाद्य विभाग द्वारा खाद्य और पेय पदार्थों के प्लांटों पर छापामार कार्रवाई कर नमूने लिए जा रहे हैं और दोषी पाए जाने पर मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है.
खाद्य विभाग ने की कार्रवाई
खाद्य विभाग अधिकारी ने दी जानकारी
खाद्य विभाग अधिकारी गौरीशंकर ने बताया कि बुधवार को जनपद के बाजना क्षेत्र में एक गांव में मुखबिर की सूचना के आधार पर छापेमारी की. मुखबिर ने जानकारी दी थी कि मानकों का ख्याल रखे बिना पनीर बनाया जा रहा है. खाद्य विभाग की टीम ने जब गांव में छापेमारी की तब पाया कि पनीर का प्लांट बिना लाइसेंस के चल रहा था. वहां गंदगी का अंबार भी लगा हुआ था. जो पनीर बनाया जा रहा था, वह भी मिलावटी लग रहा था. जांच के लिए नमूना लेकर उस प्लांट को सील कर दिया गया है. गौरीशंकर ने बताया कि रिफाइंड के कुछ टीन प्राप्त हुए हैं. सफेद रंग का घोल था, जिस का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है. अगले आदेश तक उस प्लांट को सील कर दिया है. जब तक वह फर्म लाइसेंस नहीं ले लेती और वह मानक के अनुसार काम नहीं करती, तब तक उन्हें आगे काम नहीं करने दिया जाएगा.
पॉलिश वाली अरहर दाल पर प्रतिबंध
इसके अलावा बाजना क्षेत्र में ही एक अन्य कार्रवाई भी की गई. अरहर की दाल के पिछले महीने जो नमूने लिए गए थे, उन नमूनों में केमिकल का पॉलिश पाया गया है. वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और वह कैंसर का कारण भी बनता है. इन सारी रिपोर्टों का अध्ययन करने के बाद पॉलिश वाली अरहर की दाल को प्रतिबंधित भी कर दिया है.