मथुराःजनपद में हुए छात्रवृत्ति घोटाले से जिला समाज कल्याण विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. अब तक छात्रवृत्ति घोटाले में 62 आईटीआई संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसके बाद नौ आईटीआई संस्थानों के खिलाफ और एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं 10 एफआईआर जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध की गई है. नवागत जिला समाज कल्याण अधिकारी के अनुसार यह आंकड़ा काफी आगे तक जाने वाला है.
छात्रवृत्ति घोटाले में अब तक 81 के खिलाफ एफआईआर दर्ज
यूपी के मथुरा में छात्रवृत्ति घोटाले में 62 आईटीआई संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसके बाद नौ आईटीआई संस्थानों के खिलाफ और एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं 10 एफआईआर जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध की गई है.
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने दी जानकारी
जानकारी देते हुए समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि अभी तक 71 आईटीआई संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. पहले 62 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है थी और उसके बाद नौ के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. वहीं जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि विभाग के 10 अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ भी छात्रवृत्ति घोटाले में एफआईआर दर्ज हुई है. इसमें पुलिस जांच कर रही है और विभागीय जांच भी चल रही है. सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. कुल मिलाकर विभाग के कर्मचारी और अधिकारी और आईटीआई संस्थानों के खिलाफ 81 एफआईआर दर्ज हुई है. यह आंकड़ा काफी आगे तक जाएगा.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मथुरा में जिला समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत के चलते आईटीआई संस्थानों के जरिए सैकड़ों बच्चों की छात्रवृत्ति को डकार लिया गया. जिसके बाद जब इसका खुलासा हुआ तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जांच के आदेश दिए गए. जिसमें खुलासा हुआ कि सैकड़ों बच्चों की छात्रवृत्ति का घोटाला हुआ है. जिसमें अब तक जनपद के 71 आईटीआई संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. जिसमें मथुरा रहे पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. करुणेश त्रिपाठी भी शामिल हैं.