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मथुराः शव के अंतिम संस्कार के लिए दर-दर भटके परिजन, मृतक था कोरोना पॉजिटिव

यूपी के मथुरा जिले में सड़क हादसे में हुई मौत के बाद परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए दर-दर भटकते रहे. दरअसल, मौत के बाद मृतक का कोरोना टेस्ट किया गया था, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया था. इस पर मोक्षधाम के कर्मचारियों और लोगों ने शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मना कर दिया. बमुश्किल परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया.

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Published : Sep 15, 2020, 1:14 AM IST

मौत के बाद मृतक का कोरोना टेस्ट किया गया था.
मौत के बाद मृतक का कोरोना टेस्ट किया गया था.

मथुराः हाईवे थाना क्षेत्र अंतर्गत महेंद्र नगर के रहने वाले अरुण कुमार इटावा के नजदीक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उपचार के लिए अरुण कुमार को पीजीआई सैफई में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. रैपिड टेस्ट में अस्पताल प्रशासन को जानकारी हुई कि अरुण कुमार कोरोना संक्रमित हैं. दो-तीन दिन बाद परिजन उनके शव को लेकर मथुरा पहुंचे. जब मोक्षधाम पर अरुण कुमार का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन पहुंचे तो वहां लोगों ने और मोक्षधाम कर्मियों ने परिजनों को अंतिम संस्कार करने से रोक दिया. बमुश्किल परिजनों ने उनका दूसरे मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार किया.

जानकारी देते हुए मृतक अरुण कुमार के परिजन पवन कुमार ने बताया कि वह अपने छोटे भाई के पुत्र अरुण कुमार के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए यहां आए थे. दरअसल 11 तारीख को इटावा के पास में अरुण का एक्सीडेंट हो गया था, जहां से लोगों द्वारा पीजीआई सैफई में भर्ती कराया गया था. इसके बाद परिजनों को सूचना मिली तो सब देर रात वहां पहुंच गए, लेकिन तब तक अरुण कुमार की मौत हो गई थी.

पवन कुमार ने बताया कि अस्पताल में अरुण कुमार का रैपिड टेस्ट के आधार पर कोरोना संक्रमित बताया गया. परिजनों के द्वारा अस्पताल प्रशासन से काफी मिन्नत की गई कि दूसरी बार भी जांच कर लें, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि रैपिड टेस्ट ही अब पर्याप्त है. जिसके चलते काफी समय तक शव वहीं रहा. काफी देर बाद और प्रशासन के चक्कर लगाने के बाद वाहन की व्यवस्था करके अरुण कुमार के शव को मथुरा लाया गया.

जब परिजन शव को लेकर मोक्ष धाम अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे तो यहां से उन्हें अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया और कहा गया कि संक्रमित व्यक्ति का यहां अंतिम संस्कार नहीं होता है. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पवन का आरोप है कि पुलिस कर्मियों द्वारा भी दूसरे मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार करने के लिए कह दिया गया.

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