सीतापुर: लॉकडाउन के चलते सभी परेशान हैं. सभी उद्योग-धंधें बंद हैं. ऐसे माहौल में शुक्रवार यानी 1 मई को श्रमिक दिवस पर श्रमिकों की स्थिति जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने एनएच-24 पर कई लोगों से बातचीत की.
ईटीवी भारत ने श्रमिक दिवस पर लोगों से की बातचीत
कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में लॉकडाउन है. जिसके चलते दैनिक मजदूरों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसी क्रम में ऐसे बहुत से दैनिक मजदूर हैं, जो लॉकडाउन के चलते बेरोजगार हो गए हैं. साथ ही लॉकडाउन के चलते अपने घरों से दूर फंसे हुए हैं.
ऐसे ही कुछ दैनिक मजदूरों से ईटीवी भारत ने बातचीत की जो लॉकडाउन के चलते हरिद्वार, उत्तराखंड से पैदल और साइकिल से हजारों किमी चलकर अपने घर जा रहे थे. उत्तराखंड के हरिद्वार से साइकिल द्वारा अपने घर चंदौली जा रहे एक मजदूर रामजनम से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की.
ईटीवी भारत ने श्रमिक दिवस पर लोगों से की बातचीत बातचीत के दौरान रामजनम ने बताया कि वह हरिद्वार में मजदूरी करते था, लॉकडाउन लागू होने के बाद वह वहीं फंस गया था. दैनिक मजदूर रामजनम ने बताया कि उनके पास पैसे और राशन खत्म हो गया है, जिसके कारण वह घर जाने को मजबूर हैं. इसी कड़ी में ईटीवी ने राजस्थान से वापस अपने घर जा रहे कई लोगों से बातचीत की, लेकिन वह श्रमिक दिवस के बारे में कुछ भी नहीं बता पाए.
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