मथुरा: जनपद मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर चूरमुरा गांव में देश का एकमात्र एलीफेंट मेमोरियल सेंटर है. यह देशी पर्यटक ही नहीं बल्कि विदेशी सैलानियों को भी खूब भाने लगा है. हर रोज सैकड़ों की संख्या में विदेशी पर्यटक एलीफेंट मेमोरियल सेंटर देखने के लिए पहुंच रहे हैं. बीते दस सालों के दौरान जिन बीमार हाथियों की इलाज के दौरान मृत्यु हुई है उनकी याद में एलीफेंट मेमोरियल सेंटर बनाया गया है. यह देश का एकमात्र एलीफेंट में मेमोरियल सेंटर है.
मथुरा: देश ही नहीं विदेशी सैलानियों को भी लुभा रहा एलीफैंट मेमोरियल सेंटर - मथुरा की खबरें
यूपी के मथुरा में देश का एकमात्र एलीफेंट मेमोरियल सेंटर है. इसे इलाज के दौरान या बूढ़े होकर मरने वाले हाथियों की याद में बनाया गया है. देशी और विदेशी पर्यटक भी इसे देखने के लिए पहुंच रहे हैं.
देश का एकमात्र एलीफेंट मेमोरियल सेंटर
देश का एकमात्र एलीफेंट मेमोरियल सेंटर
- जनपद मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर चूरमुरा गांव में एलीफेंट केयर सेंटर स्थित है.
- उसी के पास में एलीफेंट मेमोरियल सेंटर भी एक एकड़ भूमि में बनाया गया है.
- पिछले दस सालों में बीमार या बुजुर्ग हाथी जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई उन्हीं की याद में इसे बनाया गया है.
- इन हाथियों में लूना, सीता, मोहन,चंपा, लाखी हैं जिनकी याद में मेमोरियल सेंटर बनाया गया है.
- इस मेमोरियल सेंटर की देखरेख एसएस संस्था द्वारा की जाती है.
एसएसओ संस्था के पदाधिकारी बेजु ने बताया देश का यह एकमात्र एलीफेंट मेमोरियल सेंटर है, जहां हाथियों की पुरानी यादों को संजोए रखने के लिए सेंटर बनाया गया है. हम लोग हाथियों को यहां देखरेख और इलाज करने के लिए लाते हैं. जिन बुजुर्ग बीमार हाथियों की इलाज के दौरान मौत हो गई उन्हीं की याद में मेमोरियल सेंटर बनाया गया है. जिसमें लूना राखी मोहन सीता चंपा शामिल हैं.