मथुरा: जनपद में स्वर्ण जयंती अस्पताल में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. यहां उपचार के लिए पहुंचने वाले और भर्ती मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्टॉफ का कहना है कि स्वर्ण जयंती अस्पताल के मैनेजमेंट ने अस्पताल का टेंडर एक निजी संस्था को दिया है. तभी से यहां कार्यदाई संस्था और मेडिकल स्टॉफ आमने-सामने आ गए हैं.
डॉक्टरों ने लगाया आरोप
पिछले कई सालों से कार्यरत डॉक्टरों का आरोप है कि आईओसीएल ने जिस संस्था को यह टेंडर दिया गया है, वह संस्था मेडिकल फील्ड से नहीं है. यहां आते ही टेंडर धारक संस्था गुंडों की तरह व्यवहार कर रही है और स्टॉफ के साथ बुरा व्यवहार कर रही है, जिससे यहां काम करने वाली महिलाएं दहशत में है. डॉक्टरों का कहना है कि मैनेजमेंट और डॉक्टरों के बीच वार्ता विफल रही है.
मरीजों को हो रही परेशानी
इस लड़ाई की वजह से उपचार के लिए आने वाले मरीजों का भी हाल बेहाल है. कुछ समय पूर्व स्वर्ण जयंती अस्पताल से कई कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है. तब से मैनेजमेंट, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ आमने-सामने आ गए हैं .
स्वर्ण जयंती अस्पताल में तैनात जीतू नाम की महिला स्टॉफ नर्स का कहना है कि बिना बताए बिना किसी कारण के कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया. वहीं अस्पताल का टेंडर एक निजी कंपनी को दे दिया जो मेडिकल फील्ड से नहीं है. जो अस्पताल में कार्य करने वाली महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करते हैं. फिलहाल अधिकारियों ने इस संबंध में कुछ भी बोलने से मना कर दिया है.