मथुरा: जनपद केराया थाना क्षेत्र में 12 नवंबर को आतिशबाजी की दुकान में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी. इस हादसे में एक बच्ची सहित 4 और लोगों की मौत हो गयी. मथुरा के अग्निकांड में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, दो लोग गंभीर रूप झुलसे लोगों का दिल्ली के एम्स में इलाज किया जा रहा है. इस अग्निकांड की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए एडीएम को जांच सौंपी गई है. साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है. शनिवार को दिल्ली में इलाज के दौरान एक बच्ची खुशी, राहुल और अनिल ने भी दम तोड़ दिया.जबकि शुक्रवार देर रात एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
बता दें कि राया थाना क्षेत्र मांट रोड पर स्थित गोपाल बाग में 12 नवंबर को दिवाली के त्योहार पर 24 से अधिक आतिशबाजी की दुकाने लगाई गई थी. दुकानदारों ने बड़ी संख्या पर आतिशबाजी का स्टॉक रखा था. सुबह 10 बजे से ही दुकानों पर भीड़ आना शुरू हो गई थी. इस दौरान एक दुकान में शार्ट सर्किट से अचानक आग लग गई. आग के बीच दुकानों में रखे आतिशबाजी के सामानों में धमाके शुरू हो गए. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया.
इस आग की चपेट में आने से 12 से अधिक बाइकें पूरी तरह से जल गई थीं. वहीं 8 लोग गंभीर रूप से झुलस गए और 4 लोग मामूली रूप से घायल हो गए थे. जिन्हें इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. इस अग्निकांड में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में राजेश और उनके पिता मोहन मथुरा के ही नोहझील के रहने वाले हैं. इसी तरह दो सगे भाई सुशील और ठाकुरदास निवासी मुरसान हाथरस के रहने वाले है. साथ ही श्रीपाल और पप्पू निवासी मांट के रहने वाले हैं. शुक्रवार की रात हाथरस निवासी लखन, जबकि शनिवार की सुबह एक बच्ची खुशी, राहुल और अनिल ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वहीं गंभीर रूप से झुलसे जतिन और रिंकू का दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा है.