मथुरा: मकर संक्रांति पर कान्हा की नगरी में गुरुवार की सुबह कोहरे की घनी चादर से शहर ढका हुआ नजर आया. यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर विजुअलिटी कम होने के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई. शहर में दो पहिया वाहन भी लाइट जलाकर रेंगते हुए नजर आए. जनपद में चार डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. सर्दी से बचाव के लिए लोग अलाव जलाकर राहत ले रहे हैं.
राहगीरों ने की अलाव की व्यवस्था. कोहरे की सफेद चादर से शहर ढका
साल का पहला घना कोहरा गुरुवार की सुबह जनपद में देखने को मिला. कोहरे की सफेद चादर से पूरा जनपद ढका हुआ नजर आया. यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई. विजुअलिटी कम होने के कारण लोग गाड़ियों की लाइट जला कर सड़कों पर रेंगते हुए नजर आए.
नगर निगम ने नहीं की अलाव की व्यवस्था
सर्दी के सितम के चलते राहगीर और जानवर भी परेशान हैं, लेकिन नगर निगम की लापरवाही देखने को मिल रही है. शहर के किसी भी चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई. रिक्शा चालक, टेंपो चालक सर्दी से बचने के लिए इधर-उधर से लकड़ियां एकत्रित कर रहे हैं और उन्हें जलाकर राहत की सांस ले रहे हैं.
तापमान में गिरावट
पिछले कई दिनों से जनपद में कड़ाके की सर्दी का असर देखने को मिल रहा है. गुरुवार की सुबह कोहरे की सफेद चादर देखने को मिली. वहीं तापमान में भी भारी गिरावट आई. गुरुवार की सुबह चार डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
राहगीर हरिओम सैनी ने बताया कि कड़ाके की सर्दी जनपद में कई दिनों से पड़ रही है. सर्दी से बचाव के लिए अलाव जलाकर राहत की सांस ले रहे हैं, लेकिन नगर निगम द्वारा चौराहों पर अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई. वहीं रिक्शा चालक मोहन सिंह ने बताया कि आज शहर में घना कोहरा पड़ रहा है, लेकिन किसी भी स्थान पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई. जनपद में कड़ाके की सर्दी कई दिनों से पड़ रही है.