मथुराः जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र मानिक चौक में 70 साल के बुजुर्ग पिता की कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मौत हो गई. ध्रुव घाट पर जाकर छोटी बेटी ने पिता की चिता को मुखाग्नि देते हुए एक बेटे होने का फर्ज निभाया.
बेटी ने पिता की चिता को दी मुखाग्नि
नगर कोतवाली क्षेत्र मानिक चौक निवासी गिरधारी लाल चतुर्वेदी की कोरोना वायरस संक्रमण के चलते रिपोर्ट पॉजिटिव आई. शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान गिरधारी लाल की मौत हो गई. अपनों से दूर होने के बाद चिता को मुखाग्नि देने के लिए कोई नहीं पहुंचा. कुछ देर बाद सबसे छोटी बेटी ने बेटे का फर्ज निभाते हुए पिता की चिता को मुखाग्नि दी.
वैश्विक बीमारी में अपनों से दूर होने लगे शव
कोरोना वायरस संक्रमण का नाम सुनते ही अपनों से परिजन दूर हो जाते हैं. कोई रिश्तेदार एक दूसरे को फोन पर भी सांत्वना नहीं देता और न ही किसी की हौसला अफजाई करते हैं. ऐसा ही एक मामला मथुरा के शहर कोतवाली क्षेत्र मानिक चौक पर देखने को मिला. 70 साल के गिरधारी लाल चतुर्वेदी की कोविड-19 संक्रमण की वजह से मौत हो गई थी. डॉक्टरों ने एंबुलेंस में शव को ध्रुव घाट पर पहुंचाया. जहां शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कोई आगे नहीं आया. कुछ देर बाद बेटी मृगया चतुर्वेदी ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी.
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मृगया चतुर्वेदी ने बताया कि मेरे पिता की आज इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी. वे कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित थे. मेरे कोई भाई न होने की वजह से मैंने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी और एक बेटे होने का फर्ज निभाया.