मथुराः विद्युत विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली से नाराज होकर जय गुरुदेव विद्युत कार्यालय पर संविदा विद्युत कर्मी धरने पर बैठ गए. अधिकारियों पर शोषण का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. संविदा कर्मियों को कहना था कि वह जान पर खेलकर पूरी ईमानदारी के साथ अपना कार्य करते हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा संविदा कर्मियों का शोषण किया जाता है और जब संविदा कर्मियों के साथ कोई घटना हो जाती है तो वह ठेकेदार का आदमी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं. अब कुछ समय से अधिकारियों द्वारा संविदा कर्मियों का शोषण किया जा रहा है और उन्हें मनमर्जी मुताबिक कहीं भी कार्य के लिए भेजा जा रहा है.
विद्युत अधिकारियों की कार्यप्रणाली से नाराज संविदा कर्मी धरने पर बैठे
विद्युत अधिकारियों पर शोषण का आरोप लगाकर संविदा कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन संविदा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष पंकज शर्मा ने बताया कि विद्युत विभाग के अधिकारी संविदा कर्मियों को कुछ नहीं समझते, वह संविदा कर्मियों को मात्र उपयोग का साधन समझते हैं. हम लोग पूरी इमानदारी और मेहनत के साथ अपना कार्य करते हैं, लेकिन हमारे साथ कोई घटना हो जाती है तो अधिकारी हमें ठेकेदार का आदमी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन संविदा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष पंकज शर्मा ने बताया कि विद्युत विभाग के अधिकारी संविदा कर्मियों को कुछ नहीं समझते, वह संविदा कर्मियों को मात्र उपयोग का साधन समझते हैं. हम लोग पूरी इमानदारी और मेहनत के साथ अपना कार्य करते हैं, लेकिन हमारे साथ कोई घटना हो जाती है तो अधिकारी हमें ठेकेदार का आदमी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
अब कुछ समय से संविदा कर्मियों को इधर से उधर ट्रांसफर किया जा रहा है, जबकि संविदा कर्मियों का ट्रांसफर का कोई मतलब नहीं है. छह से सात हजार रुपये प्रति माह का वेतन मिलता है. इतने में हमें दिन रात मेहनत करनी होती है और अपना पूरा परिवार भी पालना होता है. वहीं अधिकारी हमारा लगातार शोषण करते रहते हैं और मनमर्जी मुताबिक हम से कार्य लेते हैं.
उन्होंने बताया कि हमारे एक साथी को ऐसे ही ट्रांसफर कर दिया गया है. हम मांग कर रहे हैं कि उस साथी को कहीं और ना भेजा जाए वह इसी कार्यालय के अंतर्गत कार्य करें. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती हम इसी तरह से विरोध दर्ज कराते रहेंगे.
जय गुरुदेव विद्युत कार्यालय पर दर्जन भर से अधिक संविदा विद्युत कर्मचारी अपने साथी के ट्रांसफर होने से नाराज होकर अधिकारियों के खिलाफ धरने पर बैठ गए और अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उठाते हुए शोषण का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे. संविदा कर्मियों का कहना था कि अधिकारियों द्वारा संविदा कर्मियों का शोषण किया जा रहा है. मन मुताबिक उन से काम लिया जा रहा है, और अब दूर ट्रांसफर कर दिया जा रहा है. जिससे संविदा कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.