मथुराः धर्म नगरी वृंदावन (Vrindavan) में ठाकुर बांके बिहारी (Banke Bihari) का प्राकट्योत्सव 28 नवम्बर को धूमधाम से मनाया जाएगा. ठाकुरजी के प्राकट्योत्सव को लेकर उनकी प्राकट्य स्थली निधिवनराज मंदिर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं, अपने आराध्य का जन्मोत्सव मनाने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं का 2 दिन पूर्व से ही आगमन शुरू हो गया है.
वृंदावन में इस जगह प्रकट हुए थे बांके बिहारी, कल मनाया जाएगा प्राकट्योत्सव, देखिए तैयारियां - वृंदावन में बांकेबिहारी मंदिर
वृंदावन में 28 नवंबर को बांकेबिहारी का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा. चलिए जानते हैं इस बारे में.
निधिवनराज मंदिर के सेवायत भीकचंद्र गोस्वामी ने बताया कि संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास महाराज श्रीधाम वृंदावन आने के बाद निधिवनराज मंदिर में ही संगीत साधना एवं प्रभु भक्ति में लीन रहते थे. यहीं उन्होंने अपनी संगीत साधना के माध्यम से मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की पंचमी को ठाकुर बांकेबिहारी महाराज का प्राकट्य किया था. इसके बाद से ही इस तिथि को बिहारी पंचमी के नाम से जाना जाता है. वहीं, संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास महाराज भी प्रतिवर्ष अपने लाड़ले बांकेबिहारी का प्राकट्योत्सव निधिवनराज मंदिर में मनाते थे. साथ ही उन्हें बधाई देने के लिए ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर भी जाते थे.
भीकचंद्र गोस्वामी ने बताया कि ठाकुरजी के प्राकट्योत्सव पर 28 नवंबर को सुबह 5 बजे वेद मंत्रोच्चारण एवं पद गायन के मध्य ठाकुर बांकेबिहारी की प्राकट्य स्थली का महाभिषेक एवं विशेष आरती की जाएगी. साथ ही प्राकट्य स्थली पर बधाई एवं भजन गायन होगा. इसके पश्चात निधिवनराज मंदिर से ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर तक बधाई शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसमें स्वामी हरिदास महाराज चांदी के रथ पर विराजमान होकर ठाकुरजी को जन्म की बधाई देने जाएंगे. शोभायात्रा में देश के विभिन्न शहरों से आए बैंड व भजन संकीर्तन मंडलियां शामिल होंगी.
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