मैनपुरी:सैलानियों को लुभाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी की ओर से तैयार सारस सर्किट आज बदहाली की कगार पर है. बड़ी संख्या में समाप्त हो चुके वेटलैंड्स को खुदाई कर यह सर्किट तैयार किया गया था. इस सारस सर्किट का नया रूट मैप भी तैयार किया गया है. अगर देश की बात करें तो सबसे ज्यादा सारस यहां पाए जाते हैं और इनकी संख्या पिछले सितंबर में 2,866 थी. वहीं 2020 में समान पक्षी विहार को विश्व के मानचित्र पर भी दर्शाया गया है.
समान पक्षी विहार 526 हेक्टेयर में फैला हुआ है. 2020 में विश्व के मानचित्र पर समान पक्षी विहार को दर्शाया गया है. साथ ही सितंबर 2020 में जो सारस पक्षियों की गणना की गई. वह देश में सर्वाधिक मिली है लेकिन इतना बड़े विस्तार में फैला यह तालाब बदहाली की कगार पर है. प्रशासन स्तर पर इसमें कुछ सुधार नहीं किया जा रहा है और न ही कोई इसकी सुध ले रहा है.
नहीं है कोई सुध लेने वाला
हालात यह है कि तालाब सूखा पड़ा हुआ है. दूर-दूर तक आपको पानी देखने को नहीं मिलेगा. यहां पानी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है. सवाल उठता है कि जब तालाब में पानी ही नहीं होगा तो पक्षी कहां से आएंगे. इन्हीं सब मुद्दों पर ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से कोई देखरेख नहीं हो रही है.