महोबा: जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में एक निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि यह मकान विनमय क्षेत्र में होने के चलते पुरातत्व विभाग की रोक के बाबजूद अवैध रूप से बनाया जा रहा था. घटना के बाद से मकान मालिक और वहां काम कर रहे अन्य मजदूर सभी मौके से फरार हो गये. उधर, हादसे की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में डीएम भी प्रभारी एसपी सहित पुलिस और प्रशासनिक अमले के साथ अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली. साथ ही मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए.
देर रात अवैध रूप से हो रहा निर्माण कार्य
मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के बिलवई चुंगी के पास का है, जहां ऐतिहासिक कीरत सागर सरोवर से लगे विनिमय क्षेत्र में देर रात अवैध रूप से एक मकान में निर्माण कार्य चल रहा था. इसी दौरान निर्माणाधीन दीवार गिर गई. इस हादसे में तीन मजदूर दीवार के मबले में दब गए. पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकाल गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां तीनों मजदूरों ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने तीनों मजदूरों के शवों को पोस्मार्टम के लिए भेज दिया है.
हादसे के बाद से मकान मालिक फरार
यह मकान मुन्ना चौरसिया का बताया जा रहा है जो अवैध रूप से मकान का निर्माण करा रहा था. हादसे के बाद से मकान मालिक मुन्ना चौरसिया के अलावा मकान निर्माण के कार्य में लगे अन्य मजदूर भी वहां से फरार हो गए. हादसे की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के साथ प्रभारी एसपी आर के गौतम, उप जिलाधिकारी सदर राजेश कुमार एवं सीओ सदर रामप्रवेश राय ने अस्पताल पहुंचे और मृतक परिजनों को शासन द्वारा आर्थिक सहायता दिलाए जाने की बात कही है. मृतक मजदूरों की पहचान जयराम, कैलाश और बल्लू के रूप में हुई है. इसके साथ ही जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने निर्माणाधीन मकान के मालिक मुन्ना चौरसिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं.