महोबा:प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. औरैया सड़क हादसे के बाद भी प्रशासन गंभीर नहीं दिख रहा है. महोबा जिले में प्रवासी मजदूरों से भरी डीसीएम गाड़ी टायर पंचर होने से पलट गई. इस हादसे में तीन महिलाओ की मौत हो गई, जबकि 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
घटना के बाद बिखरा पड़ा सामान. मामला पनवाड़ी कोतवाली क्षेत्र के झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित महुआ मोड़ का है, जहां एक डीसीएम गाड़ी में सवार लगभग 24 प्रवासी मजदूर महोबा आ रहे थे. डीसीएम का टायर पंचर हो गया और वह पलट गई. इस हादसे में तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के आलाधिकारियों ने घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पनवाड़ी में भर्ती कराया.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 24 प्रवासी मजदूर दिल्ली से पैदल चलकर महोबा आ रहे थे. हरपालपुर यूपी-एमपी बार्डर पर पुलिस ने उन्हें डीसीएम गाड़ी में बैठा दिया. यह गाड़ी लोहे का सामान लादकर महोबा की ओर आ रही थी. जैसे ही यह गाड़ी महुआ मोड़ के पास पहुंची अचानक टायर पंचर हो जाने से पलट गई, जिसमें सवार मजदूर दब गए और लोहे का सामान उनके ऊपर जा गिरा. हादसा होते ही वहां से गुजर रहे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
घायल महिला को अस्पताल ले जाते लोग. इस हादसे में एक मां ने अपने मासूम बच्चे को बचाने के चक्कर में जान गंवा दी, जबकि बच्चे का पिता जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. इस बच्चे को एक स्थानीय ने उठाकर उसे दूध पिलवाया और उसका सहारा बना. ट्रक में सवार महिला ने बताया कि वह दिल्ली से पैदल आ रही है. हरपालपुर के पास पुलिस ने ट्रक में बैठाया था. उन्हें कमालपुरा (जिला महोबा) जाना है.
पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार के मुताबिक डीसीएम में महोबा के 17 लोग सवार थे. पिछला टायर फट जाने से गाड़ी पलट गई. इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि चार लोगों की हालत गम्भीर है. छह लोगों को कम चोटे लगी हैं, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पनवाड़ी में चल रहा है.
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