महोबाः जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तांत्रिक दो मरीजों का इलाज करते नजर आए. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और डाक्टरों की क्षमता पर सवाल उठने लगे. जिला अस्पताल में मरीज सरकारी डॉक्टरों के इलाज पर भरोसा ना कर के तांत्रिको से झाड़ फूंक कराने पर ज्यादा यकीन करते है. तांत्रिकों द्वारा मरीजों का इलाज करते हुए वीडियों भी सामने आया है.
जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तांत्रिक दो मरीजों का इलाज करते देखें गए. तांत्रिक महिला का झाड़ फूंक से इलाज कर रहे थे. बताया जा रहा है कि कुलपहाड़ के दरियार सिंह के खुड़ा निवासी गुलाब सिंह की बेटी संध्या यादव (22) को खेत में काम करने के दौरान करते समय बिच्छू ने काट लिया था. इसके बाद उसे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था लेकिन, जब सरकारी डॉक्टरों के इलाज से कोई फायदा नही हुआ तो फिर तांत्रिको को बुला कर महिला का इलाज करवाया गया. हालांकि महिला को तांत्रिक के झाड़फूक से भी आराम नहीं मिला.
पीड़ित महिला ने बताया कि बिच्छू के काटने के बाद वो रविवार को भर्ती हुई थी. मगर इलाज के बाद भी उसे लाभ नहीं मिला तो एक तांत्रिक ने उसे झाड़ा था. आज दो तांत्रिक बाबाओं ने इमरजेंसी वार्ड में आकर मन्त्रों से इलाज किया है. वहीं, बिच्छू के काटने से चितइयन गांव निवासी रामदास भी अस्पताल पहुंचे. जिसे डॉक्टर के इलाज से लाभ समझ में नहीं मिला तो उसने भी तांत्रिक से इलाज करा डाला. रामदास ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टर ने 8 इंजेक्शन लगाए पर उसे आराम नहीं मिला. इंजेक्शन से ज्यादा तांत्रिक की झाड़फूक से सही आराम मिला है.