महोबा: जिला मुख्यालय स्थित आधारशिला वृद्धाश्रम में रह रहे एक बुजुर्ग की मृत्यु हो गई. रतौली गांव के निवासी रजवा साढ़े तीन साल से वृद्धाश्रम में रह रहे थे. देर रात बुजुर्ग की तबियत खराब होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. बुजुर्ग की मौत की खबर वृद्धाश्रम के लोगों ने परिजनों को दी, लेकिन बेटे और सौतेले भाइयों ने शव लेने से इनकार कर दिया. वृद्धाश्रम संचालक ने बुजुर्ग के शव को मुखाग्नि देकर बेटे की जिम्मेदीरी निभायी.
दिल्ली में मजदूरी करता है बेटा
मरने वाले बुजुर्ग बेटा रामकिशोर उर्फ झब्बू परिवार सहित दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है. मरने वाले बुजुर्ग के सौतेले भाई और भतीजे परिवार सहित रतौली गांव में रहते हैं. आधारशिला वृद्धाश्रम में रह रहे रजवा की देर रात तबियत खराब हो गई. इस पर वृद्धाश्रम प्रबंधन ने उन्हें जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करा दिया. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
बुजुर्ग की मौत के बाद प्रबंधन ने परिजनों को सूचना दी. मगर, परिजनों ने मृतक का शव लेने से मना कर दिया गया. वृद्धाश्रम के प्रबंधक अमित तिवारी ने मृतक के शव को मुखाग्नि देकर बेटे का फर्ज निभाया.