महोबाः जिले में आयोजित प्रतिज्ञा रैली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने महिलाओं के हक की आवाज उठाते हुए विपक्षियों पर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने अपनी प्रतिज्ञाएं भी दोहराईं. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति पहचानें और हक की लड़ाई लड़ें.
प्रियंका गांधी ने कहा कि यहां के रोजगार में स्थानीय लोगों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता मिलनी चाहिए. जल स्त्रोतों का संरक्षण होना चाहिए. आल्हा-ऊदल के लिए सांस्कृतिक स्थल बनने चाहिए. कीरत सागर समेत कई पर्यटक स्थल विकसित हों ताकि कमाई के नए स्त्रोत बन सकें. वह बोलीं, जहां-जहां जाती हूं अपनी बहनों से मिलती हूं. मुझे अहसास होता है कि समाज का सारा बोझ मेरी बहने उठातीं हैं.
वह बोलीं, कि आप खेतो में भी काम करतीं हैं, आपको जहां भी रोजगार मिलता है, रोजगार करती है. बच्चों को पालती हैं. नई पीढ़ी का भविष्य आप पर ही है. मैं भी महिला हूं, समझ सकती हूं आप पर कितना बड़ा बोझ है.
उन्होंने कहा कि आपको सरकार ने कहा कि एक गैस का सिलेंडर दे देंगे. क्या इससे सरकार की जिम्मेदारी खत्म हो गई. आपको मजबूत करने की जिम्मेदारी और शक्ति के बारे में कभी सरकार ने कोई पहल की क्या? ये भी नहीं पूछा कि सिलेंडर के लिए एक हजार रुपय़े कहां से लाएंगी.
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हालत इतनी खराब हो चुकी है, जहां-जहां जाती हूं अत्याचार देखतीं हूं. एक परिवार से मिली तो पता चला कि पूरे परिवार को मार दिया गया. महिलाएं रो रहीं थीं. अब हम अकेले रह गए हैं. उनका कहना था कि सरकार हत्यारों की मदद कर रही है. हत्यारे भाजपा के नेता को जानते हैं. सरकार उनका संरक्षण कर रही है.
ललितपुर में भी जिन किसानों ने आत्महत्या की, जो लाइन में ही गुजर गए. वह मेरी बहनों को छोड़कर चले गए. जिस तरह से मेरी बहनों का शोषण हो रहा है उसका एक ही मुकाबला है. महिलाएं अपनी लड़ाई खुद लड़ें, अपनी शक्ति अपने हाथ में लें.