महोबा: जिला उपकारागार में बीते लगभग एक साल से निरुद्ध बन्दी ने जेल प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाते हुए धारदार हथियार से खुद पर प्रहार करके खुदकुशी की कोशिश की. बंदी द्वारा जेल में आत्महत्या हत्या की कोशिश किए जाने के बाद जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में गम्भीर रूप से घायल बन्दी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. आत्महत्या की कोशिश करने वाले बंदी ने जेल प्रशासन पर रोटी के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
बताया जा रहा है कि हमीरपुर जिले के मुस्करा थाना क्षेत्र के छानी बंधा गांव का रहने वाले जगप्रसाद का 19 वर्षीय पुत्र जीतेन्द्र नाबालिग किशोरी से बलात्कार के मामले में 30 अगस्त 2020 से महोबा के जिला उपकारागार बन्द है. शुक्रवार सुबह बन्दी जीतेन्द्र ने जेल परिसर के अन्दर धारदार हथियार से अपने गले पर प्रहार कर जान देने की कोशिश की. इस दौरान वह गम्भीर रूप से घायल हो गया. जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में गम्भीर रूप से घायल बन्दी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायल बन्दी का जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा है. डॉक्टर के मुताबिक बन्दी जीतेन्द्र की हालत स्थिर बनी हुई है. घायल बन्दी के आने आरोप लगाया कि उसे उपकारागार में पेट भर रोटी नहीं मिलती है. बन्दी ने कारागार में तैनात आपू जी नाम के पुलिसकर्मी पर जेल के अन्दर रोटी बेचने और उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है.