महोबाःजिले में गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. यहां पर मंगलवार को झंडारोहण के बाद पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी शाम को राष्ट्रीय ध्वज उतारना ही भूल गए. स्थानीय लोगों ने जब देर रात पोस्टऑफिस में ध्वज लहराते देखा तो आक्रोशित हो गए. लोगों के आक्रोश की सूचना मिलते ही अधिकारी ने कर्मचारी को भेजकर झंडा उतरवाया. हालांकि झंडा उतारने के दौरान कर्मचारी को स्थानीय लोगों ने खरी खोटी सुनाई. प्रशासन से तैनात अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
राष्ट्रीय ध्वज उतरना ही भूल गए पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने गजब की लापरवाही की. गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज तो फहराया मगर शाम को उतारना ही भूल गए. राष्ट्रीय ध्वज के इस अपमान से स्थानीय लोगों में आक्रोश है.
चखवारी कस्बे में सुबह हुआ था आयोजन
मामला चरखारी कस्बे के पोस्ट ऑफिस का है. यहां गणतंत्र दिवस को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया और झंडारोहण किया गया. पोस्टऑफिस में तैनात सभी कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी मिठाईयां खिलाई गईं. आपस में मिलजुलकर रहने का प्रण लिया गया लेकिन शाम होते-होते पोस्ट ऑफिस में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही खुलकर सामने आ गई. स्थानीय लोगों ने रात में जब राष्ट्रीय ध्वज को फहरते देखा तो आक्रोशित हो गए और पोस्टमास्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. लोगों के आक्रोशित होने की सूचना मिलते ही पोस्टमास्टर ने राष्ट्रीय ध्वज उतारने के लिए कर्मचारी भेजे. कर्मचारी को स्थानीय लोगों ने खरी खोटी सुनाई, जिसपर कर्मचारी ने पत्नी की तबीयत खराब होने के चलते देर से आने की बात कही.
कर्मचारियों की लापरवाही
मामले में ध्वज उतारने आए कर्मी रमेश कुमार का कहना था कि हमारी पत्नी की तबीयत खराब हो गई थी. इस कारण देरी हुई. वहीं, समाजसेवी हरिहर मिश्रा ने बताया कि ये पोस्टमास्टर चरखारी की ओर से और इनके कर्मचारियों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया जा रहा है.