महोबाः हमेशा विवादों में चर्चित रहने वाला महोबा जिला अस्पताल अबकी बार अपने अजब-गजब कारनामें को ले कर चर्चा में है. जिला अस्पताल में इलाज तो एक रुपये में होता है, लेकिन अस्पताल परिसर में शौचालय इस्तेमाल करने पर मरीज और तीमारदारों को दस रुपया देना पड़ रहा है. इलाज की एहमियत से ज्यादा शौच के लिए गरीबों से पैसा लेना कई सवाल खड़े करता है. बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल की इस मूलभूत सुविधा पर जिम्मेदारों का ध्यान तक नहीं जा रहा. इसी कारण यहां इलाज कराने आने वाले गरीब तबके के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला अस्पताल में सिर्फ एक रुपये का पर्चा बनवाने पर सारी सेवाएं मुफ्त दी जा रही है. इलाज के लिए अस्पताल में एक रुपये के पर्चे पर ही इलाज उपलब्ध है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गरीबों को स्वास्थ सेवाओं का लाभ मिल सके, लेकिन अजब है महोबा का जिला अस्पताल जहां इलाज तो एक रुपये में मिल रहा है लेकिन इसी अस्पताल परिसर के अंदर बने सुलभ शौचालय में मरीजों और तीमारदारों को शौच क्रिया करने के एवज में 5 से 10 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
यह सुनकर आप भी हैरत में पड़ गए होंगे कि सरकार स्वास्थ्य लाभ देने के लिए सिर्फ एक रुपया ही ले रही है, लेकिन व्यवस्थाओं की खामियों का असर यह है कि अस्पताल परिसर में बनाए गया सुलभ शौचालय उन्हीं मरीजों और तीमारदारों से 10 रुपए वसूल रही है. जिला अस्पताल का अजब-गजब कारनामा मरीजों और तीमारदारों में ही नहीं, बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय है बना हुआ है. जिला अस्पताल की ओपीडी में एक तरफ लंबी लाइन में खड़े तमाम लोग अपना इलाज कराने के लिए एक रुपये का पर्चा बनवाने के लिए लगे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ पहुंच रहे मरीज और तीमारदार शौच क्रिया करने के लिए 10 रुपये दे रहे हैं.