महोबा: जिले में स्वास्थ्य महकमे की संवेदनहीनता की तस्वीर सामने आई है. जिसने मानवता को ही शर्मसार कर डाला. जिला अस्पताल परिसर में एक तरफ विभाग अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाता रहा वहीं, दूसरी तरफ 10 कदम की दूरी पर दो बुजुर्ग अपने इलाज के लिए जमीन पर तड़पते रहे. लेकिन, इन बुजुर्गों की चीख-पुकार को कार्यक्रम में मौजूद सीएमओ और सीएमएस ने नजरंदाज कर दिया. गनीमत रही की मौके पर मौजूद पत्रकारों ने इलाज के लिए तड़प रहे बुजुर्गों की कवरेज की. तब जाकर स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों की आंखें खुलीं और दोनों बुजुर्गों को वार्ड पहुंचाया गया.
हमेशा विवादों में रहने वाले जिला अस्पताल में जिम्मेदार स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारियों से कन्नी काटते देखे गए. ताजा मामला अस्पताल परिसर का है. यहां पर संवेदनहीनता की हदों को ही मौजूद स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने तार-तार कर दिया. आज पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस मना रहा है. लेकिन, महोबा में इस वृद्ध दिवस का जमकर मखौल उढ़ाया गया. अस्पताल परिसर में मौजूद स्वास्थय विभाग के अधिकारीयों ने मानवता को ही शर्मसार कर डाला. जबकि, अस्पताल परिसर में सीएमओ डॉक्टर आशाराम और सीएमएस डॉक्टर पवन अग्रवाल की मौजूदगी में इक्का-दुक्का ही वृद्धजनों की प्राथमिक जांच कर अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाया जा रहा था. दूसरी तरफ 10 कदम की दूरी पर दो बुजुर्ग अपने इलाज के लिए जमीन पर पड़े थे. इमरजेंसी वार्ड के करीब में ही अर्धनग्न अवस्था में पड़ा बुजुर्ग इलाज के लिए पुकारता रहा. दूसरी तरफ एक अन्य बुजुर्ग भी जमीन पर पड़ा डॉक्टरों की तरफ मदद की आस लगाए देखा गया. लेकिन, मानवता तार-तार करने वाली इस तस्वीर को देखने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी. नतीजन दोनों वृद्ध तड़पते रहे.
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