महोबाः जिले बहुचर्चित क्रेशर एवं विस्फोटक कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में बुधवार को बड़ी सफलता मिली. कबरई थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष को स्वाट व सर्विलांस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. मामले में निलंबित एसपी मणिलाल व अन्य पुलिसकर्मी अभी भी फरार हैं. सभी पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप है.
8 सितंबर को हुई थी घटना
उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में हलचल मचाने वाला इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत का मामला सितंबर का है. 8 सितंबर क्रेशर एवं विस्फोटक कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी गोली से घायल मिले. 13 सितंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. मामले में फरार चल रहे कबरई के तत्कालीन थानाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार शुक्ला को बुधवार को महोबा जिले की स्वाट और सर्विलांस टीम ने महोबकंठ थानाक्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. मामले में निलंबित आईपीएस मणिलाल पाटीदार और कांस्टेबल अरुण कुमार यादव अब भी फरार चल रहे हैं.
हुआ था वीडियो वायरल
आपको बता दें की क्रेशर एवं विस्फोटक कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी महोबा मणिलाल पाटीदार, तत्कालीन थानाध्यक्ष कबरई देवेन्द्र कुमार शुक्ला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. साथ ही तत्कालीन एसपी और तत्कालीन थानाध्यक्ष कबरई के साथ ही कारोबारी ब्रह्मदत्त तिवारी, सुरेश सोनी पर अपनी हत्या की साजिश का भी आरोप लगाया था. वीडियो वायरल करने के अगले दिन ही कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी कबरई थानाक्षेत्र के झांसी मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग में गोली लगी हालत में पाए गए थे. उनकी कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. परिजनों की तहरीर के आधार पर 13 सितंबर को को कबरई थाने में तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, तत्कालीन थानाध्यक्ष कबरई देवेन्द्र कुमार शुक्ला, कारोबारी ब्रह्मदत्त तिवारी, सुरेश सोनी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया था, जो बाद में हत्या में तब्दील हो गया था.