महोबा: जिले में आर्थिक तंगी व रोजगार न मिलने से परेशान एक किसान ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली. किसान के फांसी लगाने की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
महोबा जनपद के कबरई कस्बा निवासी लक्ष्मी प्रसाद रैकवार के पांच बीघे के लगभग खेती थी. इससे वह अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करता था. मृतक के चार लड़कियां व दो लड़के थे. इनमें तीन लड़कियां शादी के लायक थीं, जिनकी शादी की चिंता मृतक किसान को सताती रहती थी. वह मोहल्ले वालों से अपनी लड़कियों की शादी को लेकर परेशान होने की बात कहता रहता था.
रोज की तरह मृतक व उसका पूरा परिवार सोने के लिए चले गए लेकिन जब सुबह उठे तो किसान का शव फंदे से लटकता मिला. फंदे पर किसान के शव को लटकता देख परिवार में कोहराम मच गया. आनन फानन में परिजनों ने किसान को फंदे से उतारा, लेकिन तब तक किसान की जीवन लीला समाप्त हो चुकी थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी.
अवधेश कुमार मृतक के भाई ने बताया कि उसको अपनी लड़कियों की शादी की चिंता बनी रहती थी, जिससे वह परेशान रहता था. खेती किसानी में कुछ नहीं हो रहा था, जिससे दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से मिल पाती थी. आज सुबह जब हम लोग जगे तो हमारा भाई फांसी के फंदे पर लटका हुआ था.