महोबा : महोबा चरखारी तहसील के ग्राम सुपा में बनी गोशाला में आए दिन गोवंशों की मौत हो रही है. गोवंशों की मौत को लेकर विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा प्रकोष्ठ खासा आक्रोशित है. ऐसे में हिंदू संगठनों द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है. आरोप ये भी है कि, गोशाला में जिंदा बीमार गोवंशों को आवारा कुत्ते अपना निवाला बना रहे हैं और संबंधित अधिकारी तमाशबीन बने हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के तहत ही गोवंश को संरक्षित और सुरक्षित करने के लिए ही जगह-जगह गोशालाओं के निर्माण करा दिए गए. लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते और जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण गोवंश को इन गौशालाओं में भी ना तो खाने के लिए भूसे का इंतजाम हो रहा है और ना ही ठंड से बचने के लिए टीनसेट दिखाई दे रहे हैं. हद तो यह हो जाती है कि लापरवाही में ही बड़ी संख्या में गोवंश की अकाल मौत भी हो रही है.
ताजा मामला चरखारी तहसील के सूपा गांव का है. यहां लाखों रुपये की लागत से गोशाला निर्माण कराया गया, लेकिन इस गौशाला में बंद गोवंशों की मौतों से हिंदू संगठनों में खासी नाराजगी है. सुपा में संचालित गोशाला में गोवंश की मौत की सूचना मिलने पर विश्व हिंदू महासंघ गोरक्षा प्रकोष्ठ के मंडल संयोजक अनमोल दिवेदी सहित अन्य पदाधिकारी गोशाला पहुंचे. यहां गोवंश की बदहाल स्थिति देख सभी चकित रह गए.
पूरी गोशाला कीचड़ से पटी पड़ी है. खाने के लिए भूसा-चारे का कोई इंतजाम नहीं है. न ही ठंड से बचाव के लिए भी कोई विशेष प्रबंध गोशाला में दिखाई दिया. जगह-जगह मृत अवस्था में गोवंश पड़े दिखाई दिए. कई जख्मी और बीमार गोवंशों को आवारा कुत्ते अपना निवाला बनाते देखे गए. यह तस्वीर तब है जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश कुमार सिंह खुद मौके पर मौजूद थे और उनके सामने ही जिंदा गोवंश को कुत्ता अपना निवाला बना रहे थे.