महोबा: जिले में गोली लगने से घायल हुए व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की रविवार शाम इलाज के दौरान मौत हो गई. मामला जिले की पत्थर मंडी कबरई का है, जहां बीते दिनों इंद्रकांत त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर तीन वीडियो वायरल कर पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार से अपनी जान का खतरा बताया था. विस्फोटक व्यवसायी ने आरोप लगाया था कि वह पहले अपने लाइसेंस से पहाड़ों में विस्फोट के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली अमोनियम नाइट्रेट की सप्लाई किया करता था. कुछ समय से उसने इस काम से दूरी बना ली थी, लेकिन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार उससे जबरदस्ती रुपयों की मांग कर रहे थे. इसके साथ ही व्यापारी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि रुपये न देने पर उसे फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी जा रही थी.
पुलिस पर आरोप लगाते मृतक व्यापारी के पार्टनर. घायल अवस्था में पाए गए थे इंद्रकांत
वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद 8 सितम्बर को इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी ही गाड़ी में कबरई थाना क्षेत्र के नहदौरा गांव के पास संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से घायल अवस्था में मिले थे, जिन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने व्यापारी को कानपुर जिले स्थित रीजेंसी हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया था, जहां रविवार को इंद्रकांत त्रिपाठी की इलाज के दौरान मौत हो गई.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस
क्रेशर व्यवसायी इन्द्रकांत की मौत के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया और कबरई कस्बे में कई जिलों की पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दी गई है. मंडलायुक्त बांदा गौरव दयाल, पुलिस अधीक्षक अरुण श्रीवास्तव, जिलाधिकारी अवधेश तिवारी सहित जिले के आलाधिकारी मृतक के घर पहुंचे.
मृतक के भाई ने दी तहरीर
हालांकि इस मामले में मृतक के भाई रविकांत त्रिपाठी द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई थी, जिसमें तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार, थानाध्यक्ष कबरई देवेंद्र शुक्ला, सूर्या केमिकल के मालिक सुरेश सोनी, अजय इंटरप्राइजेज के मालिक ब्रम्हदत्त सहित कुछ अज्ञात पुलिस कर्मियों पर धारा 307, 387, 120-B, कर्मिनल एक्ट 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 13 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था. वहीं अब मौत के बाद धारा 307 को 302 में तब्दील कर दिया गया है.
मृतक के पार्टनर ने पुलिस पर लगाए आरोप
मृतक के पार्टनर बब्लू महाराज ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे पार्टनर का मर्डर कर दिया गया. हम उसका अंतिम संस्कार करके उसके अर्थी से चार कदम भी नहीं चल पाए कि हमारे एक पार्टनर को पुलिस वाले उठा ले गए. मुझे भी ले जा रहे थे, लेकिन लोगों की भीड़ होने की वजह से नहीं ले जा पाए. बब्लू महाराज ने एडिशनल एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे कह रहे थे कि हम आपको उठाकर ले जाएंगे. अगर पूछताछ भी करनी है तो उसका एक तरीका होता है, लेकिन पुलिस पूरी तरह से अपना तानाशाही रवैया अपना रही है.