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Published : Jun 28, 2019, 7:40 PM IST

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बुंदेलखंड राज्य के लिए लोगों ने पीएम मोदी को भेजा खून से लिखा पत्र

बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग को लेकर बुंदेली समाज के लोगों ने प्रदर्शन तेज कर दिया है, शुक्रवार को बुंदेली समाज के लोगों ने खून से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी को भेजा है.

बुंदेली समाज के लोगों ने खून से लिखा पत्र.

महोबा:बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग को लेकर पिछले एक साल से बुंदेली समाज के लोग अनशन पर बैठे हैं. बुंदेली समाज ने अनशन का एक साल पूरे होने पर पीएम मोदी को खून से पत्र लिखकर भेजा है. इस दौरान सैकड़ों अनशनकारियों के साथ भारी संख्या में लोगों ने अपना खून निकालकर पत्र लिखे. महोबा में बुंदेली समाज पिछले एक साल से लगातार पृथक बुंदेलखंड बनाने की मांग को लेकर कई बार प्रधानमंत्री मोदी को अलग-अलग तरीके से पत्र लिख चुके हैं.

बुंदेली समाज के लोगों ने खून से लिखा पत्र.

बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाने की मांग

  • महोबा जिले में में पृथक बुंदेलखंड की मांग को लेकर बुंदेली समाज पिछले एक साल से शहर के आल्हा चौक पर अनशन पर बैठा हुआ है.
  • इस अनशन को समूचे बुंदेलखंड के लोगों का भारी समर्थन मिला, लेकिन जनप्रतिनिधियों और सरकार की अनदेखी के चलते इनकी मांग पूरा नहीं हो सका.
  • पृथक बुंदेलखंड राज्य के समर्थकों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि बुंदेली समाज के आवाह्नन पर लोगों ने आज बड़ी संख्या में अनशन स्थल पहुंचे.
  • इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी को अपने खून से पत्र लिखकर भेजे.


पिछले एक साल से अनशन कर रहे हैं और प्रधानमंत्री को एक लाख पत्र भेज चुके हैं. हमारी बहनों ने राखी भेजकर पीएम मोदी से अपील की, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर आज सभी लोग अपने खून से पत्र लिखकर मोदी को भेज रहे हैं.
-तारा पाटकर, संयोजक, बुंदेली समाज

अपने खून से पत्र इसलिए लिख रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी का हृदय पसीजे और हम लोगों को अलग बुंदेलखंड राज्य मिल सके और बुंदेलखंड का विकास हो सके.
-डॉ. अजय कुमार, सदस्य, बुंदेली समाज

भाजपा सरकार के कई मंत्री भी बुंदेलखंड राज्य की मांग की बात करते रहे हैं और सरकार बनने पर पृथक राज्य बनाने का अश्वशन भी देते रहे हैं, लेकिन हमेशा से छोटे राज्यों की पक्षधर रही भाजपा ने केंद्र और प्रदेश में सरकार में आने के बाद इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया.

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