महोबा :सदर तहसील में शनिवार को समाधान दिवस में लोगों की शिकायतें सुनीं जा रहीं थीं. वहां ननौरा गांव निवासी राजकुमार पटेल भी पहुंचा था. राजकुमार भाजपा पदाधिकारी बताया जाता है. उसने अपनी समस्या बताते हुए एक वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. इसके बाद उसने जान देने की कोशिश की.
लोन न मिलने पर उठाया आत्मघाती कदम :राजकुमार के मुताबिक उसकी 12 बीघा जमीन थी. इलाज और कर्ज चुकाने के बाद उसके पास मात्र 5 बीघा जमीन ही बची. एक सड़क हादसे के कारण खेती करने में असमर्थ पीड़ित ने परिवार के भरण पोषण के लिए बैंक में लोन के लिए आवेदन किया था. आरोप है कि बीजेपी का कार्यकर्ता होने के बाद भी वह तीन माह से अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है. यह भी आरोप है कि शाखा मैनेजर ने रिश्वत मांगी. न देने पर उसका लोन पास नहीं किया गया. उसने मुख्यमंत्री जनता दरबार में भी शिकायत की और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद से भी लिखित शिकायत की. मगर बैंक ने लोन नहीं दिया. डीएम और एसडीएम के भी पास गया. पिछले तीन माह से बैंक लोन के लिए भटकने के बाद तहसील दिवस में पहुंचा, जहां उसने आत्मघाती कदम उठा लिया. जानकारी होने पर एसडीएम ने तत्काल उसे अस्पताल भिजवाया. उसका इलाज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में किया जा रहा है.