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महोबा में अधिवक्ता की आत्महत्या मामला: आरोपी ब्लॉक प्रमुख की संपत्ति कुर्क - महोबा में अधिवक्ता ने की आत्महत्या

यूपी के महोबा जिले में अधिवक्ता की आत्महत्या मामले में प्रशासन ने आरोपी ब्लॉक प्रमुख पर कार्रवाई शुरू कर दी है. जिला प्रशासन ने करोड़ों की लागत से बना मैरिज हॉल और निर्माणाधीन होटल सीज कर दिया है.

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आरोपी ब्लॉक प्रमुख की संपत्ति कुर्क

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Published : Mar 10, 2021, 12:54 PM IST

महोबा:जिले में मजिस्ट्रेट के आदेश पर वरिष्ठ अधिवक्ता आत्महत्या मामले में सुसाइड नोट के आधार पर दर्ज मुकदमे में मुख्य आरोपी कबरई ब्लॉक प्रमुख सहित परिजनों की चल अचल संपत्ति कार्रवाई शुरू कर दी है. ब्लॉक प्रमुख सहित परिजनों की प्रशासन द्वारा चिन्हित की गई सम्पत्ति कुर्क की गई. उप जिला मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में करोड़ों की लागत से बना मैरिज हॉल और निर्माणाधीन होटल सीज कर दिया गया. प्रशासन की इस कार्रवाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुन्देलखण्ड आगमन से जोड़ कर देखा जा रहा है.

जानिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो दिवसीय बुंदेलखंड दौरे पर आते ही महोबा जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. बीते 13 फरवरी 2021 की रात वरिष्ठ अधिवक्ता मुकेश पाठक ने अपनी लाइसेंसी रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस ने मृतक अधिवक्ता के पास से सुसाइड नोट बरामद किया था, जिसके आधार पर मृतक के बेटे की तहरीर पर कबरई ब्लॉक प्रमुख एवं प्रसपा प्रदेश महासचिव चौधरी छत्रपाल यादव समेत 7 पर अभियोग पंजीकृत किया गया था, जिसके बाद में पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी.

जिला मजिस्ट्रेट महोबा सत्येंद्र कुमार ने 14 (1) की कार्रवाई की. सोमवार 8 फरवरी को जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश के क्रम में उप जिला मजिस्ट्रेट सदर राजेश कुमार यादव,सीओ सदर रामप्रवेश राय,सदर कोतवाल ने भारी पुलिस बल और गाजे बाजे से कबरई ब्लॉक प्रमुख/ पूर्व प्रसपा नेता चौधरी छत्रपाल यादव,उनकी सास पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत ज्ञान देवी व पत्नी सदस्य जिला पंचायत नीरज यादव तथा भतीजे विक्रम सिंह की चल अचल संपति कुर्क की है, जिसमें आलीशान होटल,क्रेशर आदि करोड़ो की संपत्ति शामिल है.

सदर एसडीएम राजेश यादव ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा धारा 14 ए अधिनियम गिरोह एवं असमाजिक क्रियाकल्प निवारण अधिनियम 1986 के तहत कुर्की की कार्रवाई जिलाधिकारी के आदेश पर की जा रही है, जिसमें बारातशाला और होटल पर कार्रवाई की जा रही है. इसमें कई सम्पतियों का उल्लेख है. नीरज यादव के नाम 15 विक्रम सिंह के नाम 1 ज्ञान देवी के नाम 13 छत्रपाल की अचल 9 और चल संपति शामिल है.

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