महराजगंज: जिले के एक गांव के कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने कमिश्नर और डीएम की गाड़ी को भी रोक दिया. जिसके बाद पुलिस ने बल पूर्वक भीड़ को हटाने का प्रयास किया. कमिश्नर ने जांच कराकर निष्पक्ष कार्रवाई का जब आश्वसन दिया उसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया.
जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के रेहाव गांव के ग्रामीणों ने कोटेदार की मनमानी से आजीज होकर शुक्रवार को फरेन्दा-महराजगंज मार्ग पर चक्का जाम कर दिया. इस दौरान जिला मुख्यालय पर समीक्षा बैठक में जा रहे कमिश्नर की गाड़ी को भी ग्रामीणों ने रोक दिया.
जाम को हटाने के लिए पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया लेकिन इसके बाद भी ग्रामीणों ने जाम नहीं हटाया. जिसके बाद कमिश्नर ने निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. तब जाकर ग्रामीणों ने चक्का जाम को हटाया.
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव का कोटेदार हरिलाल समय से राशन नहीं देता है. निर्धारित यूनिट से कम राशन दिया जाता है. घाटोली भी किया जाता है और निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा लिया जाता है. इसकी शिकायत कई बार सप्लाई इंस्पेक्टर, जिला पूर्ति अधिकारी और जिलाधिकारी से भी की गयी. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
ग्रामीणों ने सप्लाई इंस्पेक्टर पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कोटेदार का कोटा इसके पूर्व में सस्पेंड किया जा चुका है. लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से दोबारा कोटे को बहाल कर दिया गया. जिससे कोटेदार का हौसला बुलंदियों पर है. ग्रामीणों ने एक विधायक पर संरक्षण देने का भी गंभीर आरोप लगाया है.
मौके पर पहुंचे कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने कोटेदार के खिलाफ निष्पक्ष जांच कराकर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम को हटाया. हालांकि देखने वाली बात ये है कि ये जांच कब शुरु होती है.