महराजगंज : उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से सटे भारत नेपाल सीमा पर खुलेआम हो रही तस्करी ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. इन तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से यहां तस्करों के हौसले बुलंद हैं और जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं.
भारत नेपाल सीमा पर हो रही खुलेआम तस्करी ने खोला सुरक्षा व्यवस्था की पोल
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से सटे भारत नेपाल सीमा पर हो रही तस्करी ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. तस्करों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे एक दिन में करीब सौ पिक अप मटर, खाद और चीनी भारतीय सीमा क्षेत्रों से नेपाल के सरहद में भेज रहें हैं.
जिले से सटे सरहदी इलाकों में इन दिनों तस्करी जोरों से होने लगी है. तस्करों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह बड़ी तादात में मटर, खाद और चीनी भारतीय सीमा क्षेत्रों से नेपाल के सरहद में भेज रहें हैं. बता दें कि यह तस्कर इतने शातिर होते हैं कि एक सामान की तस्करी लगातार नहीं करते हैं. अगर मौसम खाद का है तो तस्करी खाद का करेंगे, अगर मौसम मटर का है तो तस्करी मटर का करेंगे और मौका मिला तो चीनी, दाल और कपड़े की भी तस्करी करते रहते हैं. तस्करी का इलाका नौतनवा, परसामलिक, बरगदवा, ठूठीबारी के साथ निचलौल थाना क्षेत्र का है. वर्तमान पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त प्रयास कर इस बार बॉर्डर एरिया पर पुलिस का गठन भी किया जिससे तस्करी पर लगाम लग सके. महाराजगंज जिले से सटे भारत नेपाल का सीमा क्षेत्र करीब 84 किमी में फैला हुआ है. सीमा क्षेत्रों में एसएसबी, कस्टम, आईबी और पुलिस के साथ साथ अन्य एजेंसियां काम करती हैं.
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इस मामले में एएसपी आतिश कुमार सिंह ने बताया कि बॉर्डर के चारों तरफ़ पुलिस की मुश्तैदी पहले से बढ़ गई है. हम इसकी जांच करवा रहे हैं कि तस्करी कैसे हो रही है और कौन लोग इसमें शामिल हैं. साथ ही एएसपी ने बॉर्डर पर लगे अन्य एजेंसियों से भी मुस्तैदी की अपेक्षा जताई है.
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