महाराजगंज: पुलिस शब्द सुनते और खाकी को देखते ही लोगों के अंदर नकारात्मक विचार आने लगते हैं. हालांकि अब आप अपने मन से पुलिस के नकारात्मक भाव को बदल सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ ऐसे भी खाकी वर्दीधारी हैं, जो इस धारणा में बदलाव ला रहे हैं. ऐसे ही महाराजगंज जनपद के नौतनवा थानाध्यक्ष सुनील राय हैं. जिनकी अनोखी पहल की लोग तारीफ कर रहे (SHO Sunil Rai) हैं. पुलिस में नौकरी मिलने से पहले सुनील राय पेशे से शिक्षक थे.
अब वह पुलिस की नौकरी के साथ-साथ बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं. थानाध्यक्ष सुनील राय ने नौतनवा में स्थित प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है. सुनील सप्ताह में एक दिन इस विद्यालय में पढ़ाने जाते हैं. बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ वह पढ़ाई-लिखाई का जरूरी सामान भी बांटते हैं. इसी प्रकार नौतनवा स्थित प्राथमिक विद्यालय(Primary School at Nautanwa) में मंगलवार की सुबह जब पुलिस की गाड़ी रुकी, तो आसपास के लोग पुलिस को देखने लगे कि स्कूल में कोई बात तो नहीं हो गई. लेकिन थानाध्यक्ष सुनील राय ने बच्चों के बीच पहुंचकर हंसते हुए गुड मॉर्निंग कहा और बच्चों को बताया कि वह विद्यालय में पुलिसकर्मी बनकर नहीं शिक्षक बनकर आए हैं. उन्होंने बच्चों को बताया कि वह उन्हें पढ़ाने आए हैं.
थानाध्यक्ष की बात सुनकर बच्चे काफी खुश हो गए. थानाध्यक्ष ने बच्चों को गणित का सवाल ब्लैक बोर्ड पर समझाते हुए हल करवाया. अपने बीच में एक पुलिसकर्मी को पाकर बच्चे काफी खुश रहें. जब तक बच्चों की क्लास चली तब तक बच्चों ने मन लगाकर पढ़ाई की. इंस्पेक्टर सुनील राय ने बताया कि वह पुलिस की नौकरी में आने से पहले शिक्षक थे. जिससे जब भी उन्हें मौका मिलता है और जिस भी थाने पर उनकी पोस्टिंग होती है. वह उस थाने के प्राइमरी स्कूल को गोद लेकर बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं.