महराजगंज : जिले के घुघली थाना क्षेत्र के एक गांव में दरिंदों के हवस का शिकार बनी पीड़ित महिला ने एक मासूम बच्ची को जन्म दिया है. मासूम बच्ची का जन्म होने के बाद दुष्कर्म पीड़ित महिला अपने दिव्यांग पति और मासूम बच्चों के साथ 6 सूत्री मांगों को लेकर महराजगंज कलेक्ट्रेट में आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
दुष्कर्म के बाद दबंगों ने दी थी हत्या की धमकी
दुष्कर्म पीड़िता ने दिया बच्ची को जन्म, इंसाफ के लिए अनशन पर बैठा परिवार
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में दरिंदों के हवस का शिकार बनी पीड़ित महिला ने एक मासूम बच्ची को जन्म दिया है. आरोपियों को फांसी की सजा सहित छह सूत्री मांगों को लेकर अब कलेक्ट्रेट परिसर में आमरण अनशन पर बैठ गयी है.
दुष्कर्म पीड़ित महिला का दिव्यांग पति ने बताया कि उसके गैरमौजूदगी में पत्नी के साथ दबंगों ने दुष्कर्म किया. दुष्कर्म के बाद कहीं मुंह न खोलने की धमकी देकर लगातार दुष्कर्म किए. जिसके बाद उसकी पत्नी गर्भवती हो गयी. जिसने एक बच्ची को जन्म दिया है. बच्ची का भरण पोषण कैसे होगा यह उसके परिवार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. वहीं दुष्कर्म पीड़ित महिला की शिकायत पर घुघली पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
6 सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन पीड़ित परिवार
महाराजगंज कलेक्ट्रेट परिसर में दुष्कर्म पीड़ित परिवार 28 दिसंबर से 6 सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठा हुआ है. इस आमरण अनशन में पीड़ित परिवार उस मासूम बच्ची को भी लेकर बैठा है जिसका जन्म दुष्कर्म के बाद हुआ है. दुष्कर्म पीड़ित परिवार ने अपने 6 सूत्री मांगों में लिखा है कि बलात्कारियों को 1 महीने में फांसी की सजा वाला कानून. इस बिल को भारतीय संसद से पास किया जाए. सभी बलात्कारियों, साजिशकर्ताओं व रिश्वतखोरों को फांसी की सजा दी जाए. बलात्कार से पैदा हुई बच्ची के भरण पोषण के लिए निर्भया फंड से तत्काल एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता राशि दिलाया जाएं. प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना द्वारा उसे आवास दिया जाए. दुष्कर्म पीड़ित महिला और उसके पति को नौकरी दी जाए. आवास निर्माण कार्य होने एवं जब तक यह मुकदमा चले तब तक चिउरहा स्थित शेल्टर होम आश्रय गृह में रहने की अनुमति, भोजन व सुरक्षा दिलाया जाएं .