महाराजगंजःप्रदेश सरकार जहां पुल-पुलिया और सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता को लेकर गंभीर है, वहीं जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से कार्यदाई संस्था गुणवत्ता को ताक पर रखकर सड़कों का निर्माण करवा रही हैं. महाराजगंज जिले के पनियरा में निर्माणाधीन बीएमसीटी सड़क में धांधली का मामला सामने आया है. नगर वासियों ने निर्माणाधीन सड़क में गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की.
निर्माणाधीन BMCT मार्ग पर मानक की उड़ी धज्जियां
महाराजगंज जिले के पनियरा में बीएमसीटी मार्ग का निर्माण हो रहा है. नगर वासियों के अनुसार परतावल से भौराबारी तक 7 मीटर चौड़ी और 19 किलोमीटर लंबी इस निर्माणाधीन सड़क में जमकर मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. किसी को मानक और गुणवत्ता की जानकारी का पता न चले इसके लिए कार्यदाई संस्था निर्माणाधीन सड़क पर कहीं भी कोई सूचना बोर्ड नहीं लगा रही है. नगर वासियों का कहना है कि मानक के अनुसार निर्माणाधीन सड़क में सामग्री नहीं डाली जा रही है.
मूकदर्शक बने जिम्मेदार अधिकारी
विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी अनदेखा करते हुए सड़क में प्रयुक्त सामग्री की देखरेख नहीं कर रहे हैं. गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण होने से ग्रामीणों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. घटिया निर्माण होने के कारण ये सड़क जल्द ही जर्जर होकर टूटने लगेगी.
BMCT मार्ग पर बड़े वाहनों का होता है प्रतिदिन संचालन
इस सड़क से ग्रामीणों का आना जाना काफी संख्या में लगा रहता है. साथ ही बीएमसीटी मार्ग होने के कारण बड़े वाहनों का भी आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है. ऐसे में अगर सड़क गुणवत्ता पूर्ण होगी, तो ग्रामीणों को कई सालों तक ये सड़क आवागमन में बाधित नहीं होने देगी.
नाली निर्माण में भी भेदभाव का आरोप
निर्माणाधीन बीएमसीटी मार्ग के दोनों तरफ कार्यदाई संस्था के द्वारा नाली का निर्माण कराया जा रहा है. नगर वासियों का कहना है कि निर्माण कंपनी कहीं 7 मीटर, कहीं 8 मीटर और 9 मीटर के बीच सड़क से लेकर नाली का निर्माण कराया जा रहा है. ऐसे में उनके साथ भेदभाव कार्यदाई संस्था के द्वारा जानबूझकर किया जा रहा है. व्यापारियों का कहना है कि जहां से नाली का निर्माण शुरू हुआ है, वहां से अंत तक नाली का निर्माण एक मानक पर बनाया जाए. किसी के साथ भेदभाव न किया जाए.