महराजगंजः जिले में मनरेगा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. यहां प्रतिदिन मनरेगा मजदूरों के नाम पर फर्जी ई-मास्टर रोल तो भरा जाता है लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं दिखता है. लाॅकडाउन को लेकर सभी मनरेगा के मजदूर अपने घरों में कैद हैं और रोजगार के लिए तरस रहे हैं. वहीं कागजों में प्रतिदिन मनरेगा मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है, जो अपने आप में जांच का विषय है.
रोजाना भरा जा रहा ई-मास्टर रोल
महराजगंज जिले में कुल 12 ब्लाक और 923 ग्राम पंचायतें हैं. इन ग्राम पंचायतों में सभी मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का रोजगार देने के लिए मनरेगा विभाग के अधिकारी प्रतिदिन ई-मास्टर रोल भरते हैं, जिसमें उन मजदूरों को प्रतिदिन रोजगार कागजों में तो दिखाया जाता है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.