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महराजगंज में शुरू हुआ जंगल सफारी, जंगल की खूबसूरती के साथ सैलानियों को दिखेंगे ये जानवर - वाइल्ड लाइफ सेंचुरी

योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरूआत में ही महराजगंज जिले को जंगल सफारी की अनूठी सौगात मिला है. इस जंगल सफारी को सफल बनाने के लिए वर्तमान में 8 गाइड प्रशिक्षित किए जा रहे हैं.

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सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग

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Published : Apr 5, 2022, 7:59 PM IST

महराजगंज: प्रदेश में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरूआत में ही महराजगंज जिले को जंगल सफारी की अनूठी सौगात मिल गई है. यहां सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग को विकसित किया गया है जिसे सैलानियों के लिए अब खोल दिया गया है. पर्यटन के लिए 1560 रुपये की टिकट रखी गई है. एक जिप्सी में छह लोग बैठकर जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे. सोहगीबरवा से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) की सीमा भी लगी हुई है. ऐसे में सोहगीबरवा में जंगल सफारी का असर वीटीआर पर भी पड़ता दिखाई देगा. इस सफारी में 47 तेंदुए बताए जाते हैं.

गौरतलब है कि यह सफारी 42,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है. इसके अंदर नदी, नाले, वेटलैंड, घड़ियालों का आवास और मगरमच्छों की मौजूदगी पर्यटन के लिए अच्छी मानी जा रही है. जंगल सफारी के दौरान गौतम बुद्ध से जुड़े राम ग्राम और देवदह के बारे में भी पर्यटक देख और समझ सकेंगे. जिले के सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में मंगलवार से जंगल सफारी की औपचारिक शुरुआत की गयी. जिलाधिकारी और प्रभागीय वन अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत की. वन कर्मियों के साथ कुछ पर्यटक इस सफारी का आनंद लेने जंगल में पंहुचे.

जिलाधिकारी सतेंद्र कुमार (District Magistrate Satendra Kumar) ने खुली जीप में डीएफओ के साथ जंगल सफारी का आनंद लिया. सोहगीबरवा के कुसमहवां से लेकर मधवलिया तक खुली जीप में व्यवस्थाओं का जायजा लेने जिलाधकारी स्वयं सुबह-सुबह से सेंचुरी क्षेत्र पहुंच गए थे.

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उन्होंने कहा कि इस सफारी में टूरिज्म के चलते महराजगंज को आर्थिक मजबूती के साथ अनूठी पहचान हासिल होगी. बिहार और नेपाल बॉर्डर से सटा सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग 42,000 हेक्टेयर प्राकृतिक रूप से फैला हुआ है. सोहगीबरवा में बाघ, तेंदुआ गुलदार, चीतल और प्रवासी पक्षियों की मौजूदगी से इसकी खुबसूरती और बढ़ गयी है. जंगल की इस खूबसूरती को आम जन तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग में मिलकर एक साझा कार्यक्रम तय किया है. आने वाले सैलानियों के लिए विभाग की ओर से खाने पीने की वस्तुओं की मौजूदगी के साथ-साथ हंटर जीप और गाइड की तैनाती की गई है.

आठ प्रशिक्षिक गाइड और दो जीप की तैनाती

पर्यटन के लिए दो सर्किट बनाया गया है. इस जंगल सफारी को सफल बनाने के लिए वर्तमान में 8 गाइड प्रशिक्षित किए जा रहे हैं. जंगल सफारी के दौरान गौतम बुद्ध से जुड़े राम ग्राम और देवदह के बारे में भी पर्यटक देख और समझ सकेंगे. जंगल सफारी का पहला मार्ग दक्षिणी चौक रेंज के चौक से शुरू होकर कुश्महवां बीट, ट्रॉम्बे चौराहा के बाद 24 बंटांगिया नर्सरी होते हुए मधवलिया तक पहुंचेगा.

पर्यटन का दूसरा मार्ग उत्तरी चौक रेंज में बरगदवा मुख्य मार्ग से शुरू होकर गणेशपुर देवी भार के बाद सिंगरहना ताल पहुंचेगा. जिलाधिकारी सतेंद्र कुमार ने ड्राइ रन की शुरुआत करते हुए कहा कि दोनों सर्किट पर जो भी टूरिस्ट आएंगे उनको ठीक-ठाक से घुमाना होगा. हमारे वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में कई वैराइटीज के जानवर, पक्षी और पौधे हैं.

इसके अलावा यहां राम ग्राम और देवदह के साथ-साथ बौद्ध स्तूप मौजूद है. पर्यटक भगवान बुद्ध वन में रहने वाले लोगों और वन्यजीवों को अच्छी तरह से यहां आने के बाद समझ सकेंगे. जिलाधिकारी ने सैलानियों से सोहगीबरवा घुमने की अपील करते हुए कहा कि इस वन्य जीव प्रभाग के नाम से वेब पेज और फेसबुक पेज क्रिएट कर दिया गया है. वहां से पर्यटक जंगल सफारी बुक करा सकते हैं. जिलाधिकारी ने कहा एक समेकित टूरिज्म यहां देखने को मिलेगा. इससे ईकोटूरिज्म के साथ-साथ कल्चरल टूरिज्म भी शामिल होगा.
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