महराजगंज: अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. मंदिर परिसर की सुरक्षा को अभेद्य बनाया जा रहा है. राम मंदिर परिसर में आतंकियों द्वारा हमला करने की धमकियां आती रहती हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी है. आने जाने वाले हर यात्री की जांच हो रही है. सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को प्रस्तावित है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई बड़े नेता, उद्योगपति सहित बड़ी हस्तियां शामिल होंगी. वहीं 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस भी मनाया जाएगा. जिसे देखते हुए एक माह पहले से ही भारत नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा सोनौली में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.
महाराजगंज जिले में 84 किलोमीटर लंबी खुली सीमा नेपाल से लगती है, जिसे लेकर सुरक्षा व्यवस्था और अधिक चुनौतीपूर्ण होती है. इसीलिए एक माह पहले से ही लोगों की पहचान और कड़ी जांच के बाद ही भारत में प्रवेश मिल रहा है. सोनौली सीमा से आने वाले लोगों के बैग स्कैनर से जांच की जा रही है. वहीं एसएसबी ने डाग स्क्वायड भी तैनात किया है. सभी भारतीय यात्रियों के आधार कार्ड और विदेशी यात्रियों का वीजा और पासपोर्ट देखकर प्रवेश दिया जा रहा है.