महाराजगंज: देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में कई शूर वीरों ने अपने प्राण न्योछावर किए हैं. सरकार की ओर से ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रित परिवारों को विभिन्न सुविधाओं का लाभ भी दिया जाता है, लेकिन अभी भी कई ऐसे परिवार हैं, जिन्हें सरकार की तरफ से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. जिले के सदर ब्लॉक के ग्राम सभा बांसपार बैजौली में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय बन्ने प्रसाद का परिवार भी उन्ही में से एक है. जीविकोपार्जन के लिए उनका एक बेटा रिक्शा चला रहा है और दो बेटे मनरेगा में मजदूरी करते हैं. सरकार की ओर से उन्हें आज तक किसी योजना का लाभ नहीं दिया गया.
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार को PM से आस, बोले-हमारी मदद करो सरकार
महाराजगंज जिले के बांसपार बैजौली गांव के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय बन्ने प्रसाद का परिवार सरकारी सुविधाओं के अभाव में उपेक्षित जीवन जीने को मजबूर है. स्वतंत्रता सेनानी के तीन पुत्र हैं, जिनमें से दो मनरेगा में मजदूरी करते हैं और एक रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पालता है. मुफलिसी में जीवन गुजार रहे परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है.
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19 जून 2004 को स्वतंत्रता आंदोलन के इस महान सिपाही ने लंबी बीमारी के बाद आखिरी सांस ली. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तमाम वादे किए, लेकिन अभी तक आश्रित परिवार को सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा गया है. स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय बन्ने प्रसाद के छोटे पुत्र जवाहरलाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री तक उनकी बात पहुंचेगी और निश्चित तौर पर उन्हें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित परिवार को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ मिलेगा.