महराजगंज: जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर 1995 से भाजपा का कब्जा है. इस बार भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए रवि कांत पटेल को उम्मीदवार घोषित किया है तो वहीं दुर्गा प्रसाद यादव को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. दोनों पार्टी के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. शनिवार को दोनों प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. वहीं बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने मैदान छोड़ दिया.
1995 से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा का कब्जा
जिले में जिला पंचायत अपने अस्तित्व में जब से आई, तब से अब तक लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा. इसका किंग मेकर सांसद पंकज चौधरी को बताया जा रहा है. 1995 में पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में सांसद पंकज चौधरी के बड़े भाई प्रदीप चौधरी चुनाव के मैदान में उतरे और उन्हें जीत मिली. इसके बाद उनकी माता उज्जवला चौधरी लगातार दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं. उनके बाद सांसद पंकज चौधरी के चहेते जिला पंचायत सदस्य धर्मा देवी जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं.
धर्मा देवी के बाद सांसद पंकज चौधरी ने अपने भतीजे राहुल चौधरी को भी जिला पंचायत चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. फिर पंकज चौधरी ने जिला पंचायत सदस्य प्रभु दयाल चौहान पर विश्वास करके जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया. उस दौरान उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी. सपा ने दमदारी से जितेंद्र यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सपा में अंदरूनी कलह के कारण जितेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा. बताया जाता है कि सांसद पंकज चौधरी जिसे चाहते हैं उसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिलती है.
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