महराजगंज : जिले के घुघली थाना क्षेत्र के मटकोपा निवासी तनवीर खान कोटा में तैयारी कर रहा था. उसके पिता और बहन भी उसके साथ ही रहते थे. बुधवार की दोपहर तनवीर ने आत्महत्या कर ली. उसका शव कमरे में मिला. गुरुवार को पिता और बहन शव को लेकर गांव पहुंचे. इसके बाद परिजनों में चीख-पुकार मच गई. बताया जा रहा है कि छात्र के पिता ने बैंक से कर्ज ले रखा था. समय से लोन न चुकाने पर बैंक से बार-बार फोन आ रहा था. इससे छात्र परेशान चल रहा था.
लॉकडाउन में बंद हो गई फैक्ट्री :घुघली थाना प्रभारी नीरज रॉय ने बताया कि मटकोपा निवासी मोहम्मद हुसैन ने कोरोना काल के पहले बैंक से कर्ज लेकर गांव में ही सरसों के तेल पेराई की फैक्ट्री लगाई थी. लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद हो गई. इसके बाद पैसे की किल्लत होने लगी. इसके बाद मोहम्मद हुसैन बेटे तनवीर खान (19) और बेटी ताहीदा खान (16) को लेकर कोटा चले गए. वहां उमंग एकेडमी में दोनों तैयारी करने लगे. दोनों नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे थे.
बैंक वाले बना रहे थे दबाव :इस बीच बैंक से लिया कर्ज न चुकाने पर वहां से रिकवरी टीम फोन कर दबाव बनाने लगी. इसी बात को लेकर तनवीर परेशान रहता था. इससे वह बीमार भी हो गया. बुधवार को कमरे में उसने आत्महत्या कर ली. गुरुवार को पिता व बहन तनवीर के शव को लेकर गांव पहुंचे. इसके बाद एसबीआई पहुंच शव को गेट के सामने रखकर हंगामा किया. बैंक की रिकवरी टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए बेटे की मौत का जिम्मेदार ठहराया. घुघली पुलिस ने परिजनों को समझाया और कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया. इसके बाद परिजन शव को सुपुर्द-ए-खाक करने के लिए चले गए.