महराजगंज: वैश्विक महामारी कोरोना काल में भी जिले में महापर्व छठ को लेकर महिलाओं में उत्साह का माहौल देखा गया. इस दौरान विभिन्न छठ घाटों पर लोगों ने बिना मास्क लगाए सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई. उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सुबह से ही नदियों से लेकर तालाब पोखरों पर भारी भीड़ लगी रही. उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ का व्रत रखने वाली महिलाओं ने अपना व्रत तोड़ा और इसके साथ ही चार दिनों के इस महापर्व का समापन हो गया.
कोरोना को नजरअंदाज कर महराजगंज में मनाया गया छठ का महापर्व - महराजगंज खबर
महराजगंज जिले के विभिन्न स्थानों पर वैश्विक महामारी कोरोना को नजरअंदाज कर छठ का महापर्व मनाया गया. इस दौरान छठ घाटों पर लोग बिना मास्क लगाए नजर आए. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई.
सीएम योगी द्वारा छठ पूजा के संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया था. अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने भी जारी आदेश में कहा था कि ज्यादातर महिलाओं को घर पर ही रह कर छठ पूजा के लिए प्रेरित किया जाए. इसके अलावा खास निर्देश यह भी था कि छठ पूजा स्थल पर 2 गज की दूरी और मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा. पूजा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी भी तैनात होंगे. छठ पूजा स्थल पर महिलाओं के लिए चेंज रूम भी बनाया जाना था. लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और उदासीनता से यह सारे आदेश कागजों में ही सिमट कर रह गए.
जिले में कुल 929 ग्राम पंचायतें हैं. लगभग सभी गांव में स्थित तालाब और नदियों के घाट पर छठ पूजा के लिए बेदी बनाई गई थी. जिसमें कुछ स्थानों को छोड़ कर प्रदेश सरकार के द्वारा जारी सभी निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई और जिला प्रशासन मुख दर्शक बना रहा.