महराजगंज: लाॅकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के पितृ कार्य में महराजगंज जिले के नौतनवां विधानसभा के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी बदरीनाथ और केदरानाथ जा रहे थे. इस दौरान उनके साथ 9 और लोग थे. इन सभी को चमोली जिला प्रशासन ने वापस लौटा दिया है.
अमनमणि त्रिपाठी के पास उत्तराखंड का अनुमति पत्र था, जिसे अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने जारी किया था. इस अनुमति पत्र में सीएम योगी के पिता के पितृ कार्य का हवाला दिया गया था. अमनमणि त्रिपाठी का कहना है कि वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के लिये बदरीनाथ धाम जा रहे थे. इसके बाद उन्हें केदारनाथ भी जाना था लेकिन प्रशासन ने सख्ती के साथ सभी को वापस लौटा दिया है.
दो मई को शुरु किया सफर
अनुमति पत्र के अनुसार अमनमणि त्रिपाठी दो मई को तीन वाहनों से देहरादून से श्रीनगर पहुंचे. त्रिपाठी 3 मई को श्रीनगर से बदरीनाथ, 5 मई को बदरीनाथ से केदारनाथ जाने वाले थे. फिर 7 मई को केदारनाथ से वापस देहरादून भी आना था.
गृह मंत्रालय की गाइडलाइन्स का नहीं किया पालन
लॉकडाउन के दौरान ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में जाने के लिए पास जारी करने के सख्त मानक हैं. इसके बावजूद मानकों को ताक पर रख कर अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश के पत्र के आधार पर देहरादून जिला प्रशासन ने यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी सहित नौ लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ धाम जाने की मंजूरी दे दी थी. अमनमणि त्रिपाठी को गृह मंत्रालय की गाइडलाइन्स को भी ताक पर रख कर अनुमति पत्र जारी किया गया था, जबकि गाइडलाइन के अनुसार एक साथ पांच से अधिक लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है. इस चूक को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
कौन हैं अमनमणि त्रिपाठी ?
बता दें कि अमनमणि त्रिपाठी यूपी के दबंग नेता अमरमणि त्रिपाठी के बेटे हैं और महराजगंज जिले के नौतनवा विधानसभा से निर्दलीय विधायक चुने गए हैं.