महाराजगंजःजिले की चार विधानसभा सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. सबसे खास नौतनवां सीट पर पहली बार कमल खिला है. इस सीट पर बसपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी चुनाव हार गए. इस सीट पर कमल खिला है.
नौतनवां की सिसासत में बाहुबली वीरेंद्र प्रताप शाही, अमरमणि त्रिपाठी और अखिलेश प्रताप सिंह जैसे कद्दावर नेताओं ने कभी राज किया था. वीरेंद्र प्रताप शाही ने इसी सीट से चुनाव लड़कर अपनी सियासी एंट्री मारी थी. वीरेंद्र प्रताप शाही की हत्या के बाद अमरमणि का एकछत्र राज हो गया था. अमरमणि कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में फिलहाल उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. 2017 के चुनाव में उनके बेटे अमनमणि त्रिपाठी यहां से विधायक चुने गए थे. अमनमणि भी अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या का आरोपी है. पिछला चुनाव उन्होंने जेल में रहते हुए ही जीता था. इस सीट पर अब तक भाजपा का खाता नहीं खुला था.
नौतनवां से अमनमणि त्रिपाठी बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. इस सीट पर वह चुनाव हार गए. इस सीट से भाजपा प्रत्याशी ऋषि त्रिपाठी ने प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी कुअर कौशल सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को 15331 वोटों से हरा दिया. ऋषि त्रिपाठी को 90,263 वोट मिले. सपा प्रत्याशी कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह को 74,932 वोट मिले. बसपा प्रत्याशी अमनमणि त्रिपाठी को 46,128 वोट मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशी सदा मोहन उपाध्याय को 5071 वोट ही मिले.
जिले की पनियरा से भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेंद्र सिंह अपने प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी कृष्ण भान सिंह सैंथवार को 61428 वोटों से हरा दिया. भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेंद्र सिंह को 1,35,463 वोट मिले जबकि सपा प्रत्याशी कृष्ण भान सिंह सैंथवार को 74035 वोट मिले. बसपा प्रत्याशी ओमप्रकाश चौरसिया को 34,829 वोट मिले. कांग्रेस प्रत्याशी शरदेंदु पाण्डेय को 2992 वोट मिले.