महराजगंज: जिले में फर्जी दस्तावेज के आधार पर तैनात प्रधानाध्यापक कमलेंद्र को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया. यह घुघली विकासखंड के ग्राम सभा भुवना के प्राथमिक विद्यालय पर तैनात थे. STF जांच में ये मामला सामने आया था. एक ही प्रमाणपत्र पर दो जिले में दो लोग नौकरी कर रहे थे.
दोनों को किया गया था तलब
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के परशुरामपुर में तैनात प्रधानाध्यापक कमलेंद्र और महराजगंज जिले के घुघली ब्लॉक के भुवना गांव के प्राथमिक विद्यालय पर तैनात कमलेंद्र के सभी प्रमाण पत्रों का एसटीएफ द्वारा जांच किया गया तो दोनों का एक ही प्रमाण पत्र पाया गया. एसटीएफ की सूचना के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने दोनों को प्रमाण पत्रों के साथ 19 जून को अपने कार्यालय में तलब किया था.
एक प्रधानाध्यापक नहीं हुआ उपस्थित
वहीं बस्ती जिले के परशुराम में तैनात शिक्षक कमलेंद्र जहां अपने सभी प्रमाण पत्रों के साथ उपस्थित हुआ और सभी प्रमाणपत्रों को सत्यापन कराया. वहीं जिले के घुघली विकासखंड की भुवना प्राथमिक विद्यालय पर तैनात शिक्षक अपने सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराने के लिए उपस्थित नहीं हुआ. जिसे संदिग्ध मानते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने बर्खास्त कर दिया.
शिकायत पर कराई गई जांच
बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने की शिकायत की गई थी, जिसकी जांच एसटीएफ द्वारा कराई गई. जांच में पाया गया कि एक ही प्रमाण पत्र पर बस्ती और महराजगंज में शिक्षक तैनात हैं. प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए दोनों शिक्षकों को बुलाया गया था. घुघली ब्लॉक के भुवना गांव में तैनात शिक्षक अपना प्रमाण पत्र लेकर सत्यापन के लिए उपस्थित नहीं हुआ. जिसे बर्खास्त कर दिया गया.