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महराजगंज में पशु शेड घोटाला: ग्राम विकास अधिकारी सस्पेंड, चार के खिलाफ FIR दर्ज

महराजगंज में पशु शेड घोटाला (Animal shed scam in Maharajganj) सामने आया है. गुरुवार को इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है.

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 20, 2023, 8:19 AM IST

Updated : Oct 20, 2023, 8:53 AM IST

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महराजगंज महराजगंज में पशु शेड घोटाला FIR in Animal shed scam in Maharajganj

महराजगंज: सिसवा ब्लाक में पशुशेड निर्माण के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. केन्द्रीय योजना के तहत गांव में 34 पशुशेड निर्माण के लिए धनराशि का भुगतान लिया गया, लेकिन निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई. ग्राम पंचायत के पोर्टल पर अपने नाम से पशुशेड निर्माण के लिए पैसे की निकासी देख ग्रामीणों में भौचक हो गए. ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने जांच करायी.

जांच में पशुशेड निर्माण में अनियमितता सामने आने के बाद डीएम के आदेश पर ग्राम पंचायत सचिव नीरज सिंह ने ग्राम विकास अधिकारी शशिकांत पांडेय, सिसवा ब्लाक के तकनीकी सहायक कवलजीत सिंह, पूर्व प्रधान रामानंद यादव व ग्राम रोजगार सेवक श्रीमती शशिकला चौधरी के खिलाफ कोठीभार थाना में तहरीर दिया. जिसके आधार पर कोठीभार पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 420, 409 आईपीसी के तहत केस दर्ज (FIR in Animal shed scam in Maharajganj) कर लिया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद ग्राम विकास अधिकारी शशिकांत पांडेय को निलंबित कर दिया गया है.

महराजगंज में पशु शेड घोटाले में ग्राम विकास अधिकारी सस्पेंड

उपायुक्त रोजगार की जांच में उजागर हुआ भ्रष्टाचार: महराजगंज में पशु शेड घोटाला (Animal shed scam in Maharajganj) को लेकर सिसवा ब्लाक के पकड़ी चौबे गांव के ग्रामीणों ने डीएम को शिकायती पत्र दिया था कि उनके नाम पर पशुशेड निर्माण के लिए सरकारी धनराशि का भुगतान लिया गया है, लेकिन पशुशेड का निर्माण नहीं कराया गया है. इस मामले में डीएम ने उपायुक्त रोजगार को जांच का आदेश दिया. उपायुक्त रोजगार ने बीते 23 सितंबर को पकड़ी चौबे गांव का औचक निरीक्षण किया. जांच आख्या डीएम को सौंपा. जांच आख्या के मुताबिक हरपुर चौबे गांव निवासी भोला पुत्र वंशी का वर्ष 2019 में पशुशेड का निर्माण हुआ है.

पशु भी मौके पर पाए गए, लेकिन स्वीकृत प्राकलन धनराशि 0.63 लाख के सापेक्ष ज्यादा धनराशि का भुगतान हुआ है. राधेश्याम पुत्र वंशराज का वर्ष 2019-20 में पशुशेड निर्माण स्वीकृत हुआ था, निरीक्षण के समय स्थल पर पशुशेड का निर्माण नही मिला. स्वीकृत धनराशि 0.63 लाख के सापेक्ष 0.52 लाख का गलत भुगतान हुआ है. सन्त पुत्र मुसई का पशुशेड निर्माण वर्ष 2019-20 में स्वीकृत हुआ था. निरीक्षण के समय स्थल पर पशुशेड का निर्माण नही मिला. स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख के सापेक्ष 0.12 लाख का गलत भुगतान हुआ है. विश्वनाथ पुत्र शिवमंगल के पशुशेड निर्माण आंशिक रूप से हुआ है.

स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख के सापेक्ष 0.15 लाख का भुगतान हुआ है चन्द्रावती पत्नी लल्लन का पशुशेड निर्माण वर्ष 2020-21 में कराया गया है. निरीक्षण के समय पशुशेड बना मिला, लेकिन स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख के सापेक्ष कोई भुगतान नही हुआ है. हरिहर पुत्र किशन का पशुशेड निर्माण वर्ष 2020-21 में कराया गया है. निरीक्षण के समय पशुशेड निर्माण मिला, लेकिन लाभार्थी ने बताया कि वह स्वयं पशुशेड निर्माण कराया है. स्वीकृत प्राक्कलन धनराशि 0.73 लाख के सापेक्ष 0.74 लाख का व्यय किया गया है,. इससे स्पष्ट है कि स्वीकृत धनराशि का भुगतान कर वित्तीय अनियमितता की गई है.

कमरान पुत्र नसरुदीन का पशुशेड वर्ष 2020-21 में स्वीकृत हुआ है. लेकिन निरीक्षण के समय पशुशेड का निर्माण नहीं मिला. स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख के सापेक्ष 0.62 लाख का गलत भुगतान हुआ है. जांच में 2 लाख 80 हजार रूपए के दुरूपयोग की बात सामने आई है. इस मामले में डीएम अनुनय झा ने बताया कि सिसवा क्षेत्र के हरपुर चौबे गांव में पशुशेड निर्माण की जांच में अनियमितता सामने आने पर चार के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है.

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Last Updated : Oct 20, 2023, 8:53 AM IST

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